Vidur NIti: महाभारत के विदुर अपनी नीति और गहरी समझ के लिए जाने जाते हैं. उनकी बातें आज भी जीवन में मार्गदर्शन देती हैं. विदुर नीति में साफ कहा गया है कि कुछ काम कभी भी अकेले नहीं करने चाहिए. अगर इंसान इन कार्यों को बिना सहयोग के करता है तो उसे बाद में पछताना पड़ सकता है. आइए जानते हैं विदुर नीति के अनुसार वे 5 काम कौन से हैं जिन्हें अकेले करने से जीवन में नुकसान उठाना पड़ सकता है.
- अकेले तीर्थ यात्रा करना: विदुर नीति कहती है कि तीर्थ यात्रा हमेशा किसी अपने के साथ करनी चाहिए. अकेले यात्रा करने से न सिर्फ यात्रा का आनंद कम हो जाता है बल्कि रास्ते में आने वाली परेशानियों का सामना भी अकेले ही करना पड़ता है. इससे व्यक्ति के मन में डर और निराशा का भाव आ सकता है.
- अकेले ज्यादा धन कमाना : अकेले धन कमाने की होड़ में व्यक्ति अक्सर अनैतिक रास्तों पर चल पड़ता है.विदुर के अनुसार धन हमेशा सही लोगों के सहयोग और सलाह से कमाना चाहिए. अकेले कमाने पर व्यक्ति के मन में लालच और अहंकार का भाव पैदा होता है. जो भविष्य में उसके लिए मुसीबत खड़ी कर सकता है.
- अकेले भोजन करना : विदुर नीति में कहा गया है कि भोजन हमेशा परिवार या दोस्तों के साथ मिल-बांटकर करना चाहिए. अकेले भोजन करने से रिश्तों में दूरी आती है और व्यक्ति के मन में अकेलापन घर कर लेता है. साथ भोजन करना प्रेम, एकता और भाईचारे का प्रतीक है.
- अकेले किसी से लड़ाई करना : किसी भी समस्या या लड़ाई का सामना अकेले नहीं करना चाहिए. जब भी कोई मुश्किल आए तो अपने परिवार या दोस्तों का साथ लेना चाहिए. अकेले लड़ने से हारने की संभावना बढ़ जाती है और व्यक्ति मानसिक रूप से कमजोर हो सकता है.
- अकेले ही राज करना : विदुर ने धृतराष्ट्र को यही सलाह दी थी कि कोई भी राजा अकेले राज नहीं कर सकता. शासन चलाने के लिए सलाहकारों और मंत्रियों का सहयोग बहुत जरूरी होता है. अकेले फैसले लेने पर गलतियां होने की संभावना अधिक होती है जिसका बुरा असर पूरे राज्य पर पड़ सकता है.
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