Vidur Niti: आज के समय में व्यक्ति की वास्तविक पहचान के बारे में पता लगाना थोड़ा मुश्किल है. लोग दिखावे में ज्यादा विश्वास करते हैं. इस दौर में कई लोग पहनावे, दिखावे और उपलब्धियों के माध्यम से खुद को श्रेष्ठ दिखाने की होड़ में लगे हुए हैं. व्यक्ति अपने व्यवहार से श्रेष्ठ बनता है. महात्मा विदुर ने भी इस बात के बारे में विदुर नीति में बताया है. महात्मा विदुर महाभारत के अहम पात्र थे जिन्हें तेज बुद्धि के लिए जाना जाता है. महात्मा विदुर को नीति शास्त्र के गहरे ज्ञान के लिए लोग आज भी याद करते हैं. आज के समय में भी विदुर नीति प्रासंगिक है और लोगों को सही रास्ता दिखाने में सहायक है.
दिलों में जगह और जीवन में सम्मान पाने का तरीका
- विदुर नीति में कहा गया है कि जो व्यक्ति कभी उद्दंड व्यवहार नहीं करता और हमेशा लोगों का आदर करता है, ऐसा व्यक्ति हर किसी को पसंद आता है. इस तरह का व्यक्ति अपने पहनावे का भी दिखावा नहीं करता है.
यह भी पढ़ें- Vidur Niti: मुसीबतों में टिके रहना ही है विजयी व्यक्ति की निशानी
यह भी पढ़ें- Vidur Niti: बुद्धिमान साबित होता है इन आदतों वाला व्यक्ति, खूब मिलता है मान-सम्मान
- महात्मा विदुर के अनुसार, ज्ञानी और समझदार व्यक्ति वही है जो अपनी शक्ति और सामर्थ्य का ढिंढोरा नहीं पीटता है. अक्सर लोग कोई भी काम करते हैं तो उसके बारे में खुद से ही हर जगह बताते हैं. ऐसा करने से लोगों के बीच में व्यक्ति का मान कम होता है.
- गुस्सा आना आम बात है मगर गुस्से के समय आपका बर्ताव कैसा है इस बात से लोग आपके बारे में राय बना लेते हैं. महात्मा विदुर के मुताबिक, जो व्यक्ति अधिक क्रोध में भी कड़वी बातें नहीं बोलता बल्कि संयम रखता है ऐसा व्यक्ति लोगों का प्रिय होता है. गुस्से के समय में खुद को कंट्रोल करना आसान काम नहीं है और लोग अक्सर इस घड़ी में अपना आपा खो देते हैं और सामने वाले को बिना सोचे समझे कुछ भी बोल देते हैं.
यह भी पढ़ें- Vidur Niti: कब होती है सच्चे रिश्ते और असली चरित्र की पहचान? विदुर नीति में है इस बात का जवाब
Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. प्रभात खबर इसकी पुष्टि नहीं करता है.