Vidur Niti: महात्मा विदुर, जो महाभारत काल में धृतराष्ट्र के मंत्री और नीति के ज्ञाता थे, उन्होंने जीवन के हर क्षेत्र में सफलता और सुख प्राप्त करने के लिए कई महत्वपूर्ण नीतियां बताई हैं. उनकी कही बातें आज भी व्यक्ति को सही राह दिखाती हैं. विदुर नीति में बताया गया है कि जो व्यक्ति कुछ बुरी आदतों से स्वयं को दूर रखता है, वह हमेशा सुखी रहता है.
विदुर नीति श्लोक अर्थ सहित
अनर्थकं विदेशवासं गृहेशुं।
पापैः सख्यं परदाराभिमर्शनम्।
दशं स्तेयं पैशुनं मध्यपानं
न सेवते यः स सुखी सदेव॥
अर्थ
जो व्यक्ति निरर्थक विदेशवास, पापियों से मेल, परस्त्रीगमन, अपवाद (बदनाम करना), चोरी, चुगलीखोरी तथा मद्यपान नहीं करता, वह सदा सुखी रहता है.
Vidur Niti: विदुर नीति के अनुसार इन 7 बातों से रहें दूर

- निरर्थक विदेशवास
बिना किसी कारण के घर-परिवार से दूर रहना जीवन में दुख और अकेलापन लाता है. जहां जरूरी न हो, वहां घर से दूर रहना उचित नहीं. अकारण बाहर घूमने से लोग आपको नकारेंगे जिससे आपकी प्रतिष्ठा में भी कमी आएंगी. - पापियों से मित्रता
बुरे कर्म करने वालों के साथ रहने से व्यक्ति का चरित्र भी प्रभावित होता है. ऐसे लोगों से दूरी बनाना ही श्रेष्ठ है. - परस्त्रीगमन
दूसरे की पत्नी या पति पर बुरी दृष्टि डालना सबसे बड़ा अधर्म है. यह न केवल परिवार का नाश करता है बल्कि व्यक्ति की प्रतिष्ठा भी मिटा देता है. - अपवाद (बदनाम करना)
दूसरों के बारे में गलत बातें फैलाना पाप है. यह आदत रिश्तों को कमजोर करती है और आत्मिक शांति को नष्ट करती है. - चोरी
चोरी करने वाला व्यक्ति कभी चैन से नहीं रह सकता. मेहनत से कमाया धन ही सच्चा सुख देता है. - चुगलीखोरी
दूसरों की बातें इधर-उधर करना या झूठ फैलाना समाज में कलह पैदा करता है. इससे दूर रहना चाहिए. - मद्यपान
शराब व्यक्ति की बुद्धि, स्वास्थ्य और सम्मान तीनों को नष्ट करती है. विदुर नीति कहती है कि जो व्यक्ति नशे से दूर रहता है, वह सदैव सुखी रहता है.
महात्मा विदुर के ये सात नियम आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने महाभारत काल में थे. यदि व्यक्ति इनसे दूर रहता है और सदाचारी जीवन अपनाता है, तो वह न केवल मानसिक शांति बल्कि जीवन में स्थायी सुख भी प्राप्त करता है.
मानवता के 7 नियम क्या हैं?
मानवता के 7 नियम हैं:
सत्य बोलना, दया करना, क्षमा करना, दूसरों की मदद करना, ईमानदार रहना, बुराई से दूर रहना और सभी के प्रति समान व्यवहार करना.
सुखी जीवन जीने के क्या नियम हैं?
सुखी जीवन जीने के लिए विदुर नीति के अनुसार पाप, चुगली, झूठ, चोरी, मद्यपान, बुरे संग और परस्त्रीगमन से दूर रहना चाहिए.
सुखी जीवन जीने के लिए क्या करना चाहिए?
सुखी जीवन के लिए सच्चाई, मेहनत, संयम और सकारात्मक सोच को अपनाएं. बुरे विचारों और नकारात्मक लोगों से दूरी बनाकर शांति का जीवन जिएं.
जीवन का मुख्य नियम क्या है?
जीवन का मुख्य नियम है – कर्म ही पूजा है. जैसा कर्म करेंगे, वैसा ही फल मिलेगा। इसलिए सदैव अच्छे कर्म करें और दूसरों का भला सोचें.
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