Vidur Niti: महान नीति ज्ञानी आचार्य विदुर ने जीवन को सफल और सम्मानजनक बनाने के लिए कई गहन सूत्र बताए हैं. उनकी नीतियां आज भी मानव जीवन का मार्गदर्शन करती हैं. विदुर नीति के अनुसार, जो व्यक्ति कठोर वचन नहीं बोलता और दुष्ट पुरुषों का सम्मान करने से बचता है, वह इस संसार में विशेष शोभा और आदर प्राप्त करता है.
Vidur Niti Quotes in Hindi: विदुर नीति इन हिन्दी
“जरा भी कठोर न बोलना और दुष्ट पुरुषों का आदर न करना – इन दो कर्मों को करने वाला मनुष्य इस लोक में विशेष शोभा पाता है.”
– विदुर नीति
Vidur Niti in Hindi: कठोर वाणी से बनाएं दूरी?
कहा जाता है कि वाणी में ही व्यक्ति का संस्कार और व्यक्तित्व झलकता है. कठोर और कटु वचन सामने वाले के हृदय को आहत करते हैं, जिससे रिश्तों में दरार और दूरी पैदा हो जाती है.
मीठी वाणी इंसान को लोगों के बीच प्रिय और सम्मानित बनाती है, वहीं कठोर वचन उसका मूल्य और सम्मान घटा देते हैं. विदुर नीति स्पष्ट कहती है कि जो व्यक्ति वाणी पर नियंत्रण रखता है और कटुता से बचता है, वह सहज ही समाज में लोकप्रिय और आदरणीय बन जाता है.
दुष्ट पुरुषों का आदर करने से बचें?
विदुर नीति में कहा गया है कि दुष्ट और अधर्मी लोगों का सम्मान करना सत्य और धर्म का अपमान करने के समान है.
जब हम दुष्ट लोगों का आदर करते हैं, तो समाज में गलत संदेश जाता है और पाप का प्रभाव बढ़ता है. ऐसे लोग सम्मान पाकर और अधिक अहंकारी तथा अन्यायपूर्ण कार्य करने लगते हैं.
विदुर नीति के इन उपदेशों से यह स्पष्ट होता है कि मीठी वाणी और सही व्यक्ति का आदर करना ही सच्चे अर्थों में इंसान को समाज में प्रतिष्ठा दिलाता है.
कठोर वचन और दुष्ट लोगों का सम्मान दोनों ही कार्य व्यक्ति की छवि को धूमिल करते हैं. इसलिए हर किसी को यह ध्यान रखना चाहिए कि उसकी वाणी और संगत दोनों ही निर्मल और सद्गुणी हों.
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Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. प्रभात खबर इसकी पुष्टि नहीं करता है.

