Vastu Tips: रसोईघर यानी किचन न केवल हमारे भोजन की जगह है, बल्कि यह घर की ऊर्जा का भी केंद्र होता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार किचन में की गई कुछ सामान्य लेकिन गंभीर गलतियां स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर डाल सकती हैं. जानिए ऐसी 5 वास्तु गलतियां जो आपके और आपके परिवार की सेहत को नुकसान पहुंचा सकती हैं, साथ ही जानें उनका सही समाधान.
किचन का गलत दिशा में होना
कई घरों में किचन उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में बना होता है, जो वास्तु के अनुसार दोषपूर्ण मानी जाती है. किचन को अग्निकोण यानी दक्षिण-पूर्व दिशा (South-East) में बनाना सबसे शुभ माना गया है. अगर ऐसा संभव न हो, तो उत्तर-पूर्व दिशा में लाल रंग की टाइल या बल्ब लगाएं.
गैस स्टोव और पानी की टंकी साथ में
बहुतों के घर में गैस चूल्हा और वॉश बेसिन या पानी का नल बहुत पास-पास होता है. लेकिन यह वास्तु के अनुसार ऐसा करना दोषपूर्ण माना जाता है. इसलिए अग्नि (गैस) और जल (पानी) तत्वों को अलग रखना जरूरी है. दोनों के बीच कम-से-कम 1.5 फीट की दूरी रखें. अगर ये संभव न हो, तो इनके बीच में लकड़ी का बोर्ड या कोई बैरियर रखें.
खाना बनाते समय पीठ दरवाजे की ओर होना
कई महिलाएं खाना बनाते समय दरवाजे की तरफ पीठ करके खड़ी होती हैं. लेकिन वास्तु के अनुसार ऐसा करने को अशुभ माना गया है. इसलिए किचन में स्टोव इस तरह लगाएं कि खाना बनाते समय मुंह पूर्व या उत्तर की दिशा में हो. इससे ऊर्जा का प्रवाह सही बना रहता है और मानसिक तनाव भी कम होता है.
किचन में दवाइयों को स्टोर करना
कई घरों में दवाइयां किचन में ही रख दी जाती हैं, जो वास्तु दोष का संकेत है. दवाइयों को किचन से बाहर किसी सूखी और ठंडी जगह पर रखा जाए तो बेहतर होता है. किचन केवल खाद्य सामग्री के लिए ही होनी चाहिए.
टूटा-फूटा बर्तन या खराब इलेक्ट्रॉनिक्स रखना
किचन में फटे, टूटे या काम न करने वाले उपकरण रखना नकारात्मक ऊर्जा को बुलाता है. ऐसे बर्तनों और उपकरणों को तुरंत हटा दें. किचन को हमेशा साफ-सुथरा और व्यवस्थित रखें.
किचन में किन किन चीजों होना शुभ माना गया है
⦁ किचन में हल्का पीला, क्रीम या हल्का नारंगी रंग शुभ माना गया है
⦁ रोज सुबह किचन में कपूर जलाना सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है
⦁ किचन में तुलसी का पौधा लगाने से नकारात्मकता दूर होती है
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