Varanasi Tourism: भारत के उत्तर प्रदेश में वाराणसी गंगा नदी के किनारे एक बेहद ही खूबसूरत शहर है. ये हिंदुओं के लिए एक बहुत ही खास तीर्थ स्थलों में जाना जाता है. अगर आप वाराणसी गए हैं तो अपने ये जरूर देखा होगा कि यहां लोग घूमने नहीं मोक्ष की प्राप्ति के लिए जाते हैं. अभी भी कई जगह ऐसी है वाराणसी में जो की लोगों ने नहीं देखी है, तो इस आर्टिकल में आपको बताएंगे की कौन सी वो हैं अनदेखी जगहें .
वाराणसी रामनगर किला
तुलसी घाट से गंगा नदी के पार स्थित, यह उस समय बनारस के राज्य बलवंत सिंह के आदेश पर 1750 ईस्वी एन बलुआ पत्थर से बनाया गया था. 1971 में सरकार द्वारा एक आधिकारिक राजा का पद समाप्त कर दिया गया था. लेकिन फिर भी पेलू भीरु सिंह को आमतौर पर वाराणसी के महाराजा के रूप में जाना जाता है. इसमें वेद व्यास मंदिर, राजा का निवास क्षेत्रीय इतिहास को समर्पित एक संग्रहालय है.
संकट मोचन हनुमान मंदिर
संकट मोचन हनुमान मंदिर अस्सी नदी के किनारे स्थित है और 1900 के दशक में स्वतंत्रता सेनानी पंडित मदन मोहन मालवीय द्वारा बनाया गया था. यह भगवान राम और हनुमान को समर्पित है. वाराणसी हमेशा संकट मोचन मंदिर से जुड़ा हुआ है और इस पवित्र शहर का एक अनिवार्य हिस्सा है. वाराणसी आने वाला हर व्यक्ति इस मंदिर में जाकर दर्शन जरूर करता है. इस मंदिर में प्रसाद के रूप में लड्डू चढ़ाया जाता है जो की काफी अनिवार्य है. लेकिन यहां मंदिर में रहने वाले बंदरों से सावधान रहना होगा क्योंकि वो लड्डू चुरा लेते है.
भविष्य का कुआं
वाराणसी में एक कुआं हिय जो कि लोगों के भविष्य के बार में बताता है. यहां के स्थानोइय लोगों का मानना है कि अगर कोई भी व्यक्ति कुआं में देखता है और अगर उसकी परछाई वो खुद नहीं देख पता है, तो इसका मतलब है कि आने वाले छह महीनों के भीतर उसका जीवन समाप्त हो जाएगा.