Spices For Toddler: बच्चे के जन्म के साथ ही उसके पालन-पोषण की हर जिम्मेदारी माता-पिता की हो जाती है. जैसे-जैसे बच्चे बड़े होते हैं उनकी उनके पालन का तरीका भी बदलता रहता है. एक समय ऐसा भी आता है जब बच्चे को विभिन्न प्रकार के भोजन खाने के लिए इंकरेज किया जाता है. माता-पिता के सामने इस बात की बड़ी जिम्मेदारी होती है कि वे अपने बच्चों के बड़े होने के बाद विभिन्न प्रकार फूड्स बहुत ही ध्यान से उनके सामने पेश करें.
बच्चों की पसंद नापसंद को आकार देने में मिलती है मदद
भविष्य में विभिन्न फूड आइटम्स के लिए उसकी पसंद को आकार देने में मसाले महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. इसलिए, मसालों की उचित मात्रा चुनना भी इस समय बेहद महत्वपूर्ण है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके बच्चे को कब किन मसालों से इंट्रोड्यूज कराना चाहिए. नहीं जानते तो यहां हम आपकी मदद कर देते हैं. आगे पढ़ें...
दूध छुड़ाने के 8 महीने बाद ही बच्चों को दें मसाला वाला भोजन
इस मामले में कुछ लोग कह सकते हैं कि दूध छुड़ाने के बाद मसाले वाले भोजन खिला सकते हैं, लेकिन कुछ लोगों का मत है कि दूध छुड़ाने के 8 महीने बाद ही बच्चों के भोजन में मसाले डालने चाहिए. लेकिन एक्सपर्ट के अनुसार अपने बच्चे के भोजन में मसाले डालने से पहले आठ महीने तक इंतजार करना सबसे अच्छा है. यह मसाले की प्रतिक्रिया जैसे पेट खराब या एलर्जी की प्रतिक्रिया को रोकने में मदद करेगा.
किस तरह के मसालों का इस्तेमाल कर सकते हैं?
दूध छुड़ाने के बाद आप मसालों को सामान्य आहार में धीरे-धीरे कम मात्रा में शामिल कर सकते हैं.
हल्दी: यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है क्योंकि यह इम्यूनटी को मजबूत करता है, पाचन में सुधार करता है और एलर्जी से बचाता है.
मिर्च पाउडर : इसे डेढ़ साल बाद ही आहार में शामिल करना चाहिए.
लहसुन और अदरक: ये किसी भी गैस्ट्रिक समस्या का कारण बन सकते हैं और इसलिए इसे बच्चे के सामान्य आहार में कम मात्रा में शामिल किया जा सकता है. बच्चों को 2 साल का होने के बाद अदरक और लहसुन खिलाने की सलाह दी जाती है.
जीरा: जीरा सुरक्षित है और इसे 8-10 महीने बाद दिया जा सकता है.
मेथी दाना: हालांकि ये शिशु के पाचन के लिए फायदेमंद होते हैं, लेकिन इसे 18 महीने बाद देने की सलाह दी जाती है.