Immunity Booster Tips: बदलते मौसम, प्रदूषण और तनाव के बीच बीमारियां तेजी से फैल रही हैं. ऐसे में इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत रखना बेहद जरूरी है. आयुर्वेदिक नुस्खों की मदद से आप बिना किसी साइड इफेक्ट के प्राकृतिक तरीके से इम्यूनिटी बढ़ा सकते हैं. यहां हम आपको आयुर्वेद के 5 आसान टिप्स बता रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप खुद को बीमारियों से बचा सकते हैं.
दिन की शुरुआत हल्दी वाला गुनगुना पानी पीकर करें
आयुर्वेद में हल्दी को प्राकृतिक एंटीसेप्टिक और इम्यूनिटी बूस्टर माना गया है. सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में आधा चम्मच हल्दी और एक चुटकी काली मिर्च डालकर पीने से शरीर में टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं और संक्रमण से बचाव होता है.
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आहार में मौसमी और ताजे फल-सब्जियां शामिल करें
चारक संहिता में लिखा है कि “ताजा और प्राकृतिक आहार ही श्रेष्ठ औषधि है.” मौसमी फल, हरी पत्तेदार सब्जियां, दाल और साबुत अनाज शरीर को जरूरी विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट प्रदान करते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं.
त्रिफला का सेवन करें
त्रिफला (आंवला, हरड़ और बहेरा) को आयुर्वेद में दीर्घायु और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला माना गया है. रोज रात को सोने से पहले गुनगुने पानी के साथ आधा चम्मच त्रिफला पाउडर लेने से पाचन सुधरता है, रक्त शुद्ध होता है और शरीर की प्रतिरक्षा शक्ति बढ़ती है.
योग और प्राणायाम को दिनचर्या में शामिल करें
आयुर्वेद में मन और शरीर के संतुलन को इम्यूनिटी का आधार बताया गया है. रोज 20-30 मिनट योग, सूर्य नमस्कार और अनुलोम-विलोम जैसे प्राणायाम करने से शरीर में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है, तनाव कम होता है. साथ ही यह रोगों से लड़ने की क्षमता में सुधार करता है.
नींद और दिनचर्या का पालन करें
अस्थिर नींद और अनियमित दिनचर्या इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देती है. आयुर्वेद में ‘दिनचर्या’ और ‘रात्रिचर्या’ पर जोर दिया गया है. रात में 10-11 बजे तक सोना और सुबह सूर्योदय से पहले उठना, शरीर की जैविक घड़ी को संतुलित रखता है और प्रतिरक्षा क्षमता बढ़ाता है.
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