How to Grow Jolokia Mirch: दुनिया की सबसे तीखी मिर्चों में से एक, जोलकिया मिर्च जिसे भूत जोलोकिया या घोस्ट पेपर भी कहा जाता है भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र, खासकर असम, नागालैंड और मणिपुर का एक तीखा खजाना है. अपनी तीखी तीक्ष्णता और अनोखे स्वाद के लिए मशहूर, इस मिर्च का इस्तेमाल अचार, चटनी और मसालेदार व्यंजनों में किया जाता है. इसे घर पर उगाना थोड़ा मुश्किल लग सकता है, लेकिन सही देखभाल से आप इसे गमलों या बगीचे में यहाँ तक कि अपनी बालकनी में भी सफलतापूर्वक उगा सकते हैं! यह आर्टिकल में आपको बीज बोने से लेकर कटाई तक की पूरी प्रक्रिया से परिचित कराएगी, ताकि आप घर पर ही इस शक्तिशाली मिर्च का आनंद ले सकें.
1. सही बीज चुनें
- किसी विश्वसनीय विक्रेता से जैविक या पारंपरिक भूत जोलोकिया के बीज खरीदें.
- सुनिश्चित करें कि वे ताज़े हों – पुराने बीजों में अंकुरण दर कम हो सकती है.
2. बीज अंकुरण से शुरुआत करें
जोलोकिया मिर्च के बीजों को अंकुरित होने में समय लगता है (15-30 दिन), इसलिए धैर्य रखें!
इसे कैसे करें:
- रोपण से पहले बीजों को 12-24 घंटे गर्म पानी में भिगोएँ.
- एक बीज ट्रे या छोटे गमलों में अच्छी तरह से पानी निकालने वाले बीज-रोपण मिश्रण को भरें.
- बीजों को 0.5 से 1 सेमी गहराई पर लगाएँ और उन्हें हल्के से ढक दें.
- उन्हें गर्म स्थान पर रखें (आदर्श रूप से 25-30°C).
- हल्का पानी दें – मिट्टी को नम रखें, गीली नहीं.
- गर्मी और नमी बनाए रखने के लिए ट्रे को प्लास्टिक रैप या ह्यूमिडिटी डोम से ढक दें.
3. पौधों की रोपाई
- जब पौधों में 2-3 असली पत्तियाँ आ जाएँ, तो वे रोपाई के लिए तैयार हैं.
रोपाई कैसे करें:
- 12-16 इंच के गमलों का इस्तेमाल करें (या यदि उपलब्ध हो, तो बगीचे की मिट्टी में रोपें).
- जैविक खाद से भरपूर दोमट, अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी का इस्तेमाल करें.
- अच्छे वायु संचार के लिए पौधों के बीच 18-24 इंच की दूरी बनाए रखें.
4. भरपूर धूप दें
- जोल्किया मिर्च को रोज़ाना 6-8 घंटे सीधी धूप की ज़रूरत होती है.
- अगर घर के अंदर है, तो धूप वाली खिड़की के पास रखें या ग्रो लाइट का इस्तेमाल करें.
5. पानी देने के सुझाव
- सिर्फ़ तभी पानी दें जब मिट्टी का ऊपरी इंच सूखा लगे.
- ज़्यादा पानी देने से बचें – ज़्यादा नमी जड़ों को सड़ सकती है.
6. खाद देना
- पौधे को हर 2-3 हफ़्ते में संतुलित तरल खाद (जैसे 10-10-10) या जैविक खाद वाली चाय दें.
- फूल आने के बाद, पोटेशियम की मात्रा थोड़ी ज़्यादा वाली खाद का इस्तेमाल करें.
7. फूल आना और फल लगना
- बुवाई से लेकर फल लगने तक 90-120 दिन लग सकते हैं.
- आप हरी फलियाँ देखेंगे जो पकने पर धीरे-धीरे लाल, नारंगी या भूरे रंग की हो जाती हैं.
8. कटाई
- जब मिर्च पूरी तरह से पक जाएँ और सख्त हो जाएँ, तब कटाई करें.
- इस्तेमाल करते समय दस्ताने पहनें — घोस्ट पेपर्स बहुत तीखी होती हैं!
9. सामान्य देखभाल के सुझाव
- पौधे को एफिड्स और स्पाइडर माइट्स जैसे कीटों से सुरक्षित रखें — ज़रूरत पड़ने पर नीम के तेल का इस्तेमाल करें.
- पौधे के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए मृत या पीली पत्तियों की छंटाई करें.
- ठंडे मौसम में, सर्दियों में पौधे को घर के अंदर रखें.
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