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मौसमी बुखार की तरह Corona भी फैलने लगा है? ICMR देशभर के रेड जोन में करेगा जांच

icmr check community spread in India on covid hotspots जिस बात का डर था वही होता दिख रहा है. दरअसल, कोरोना वायरस के प्रसार की नयी खबर सामने आयी जो बेहद डरावनी है. भारत में कम्युनिटी ट्रांसमिशन के संकेत मिले है. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) इसकी गहनता से जांच करना चाह रहा है. इसके लिए आईसीएमआर ने कोरोना के सबसे अधिक प्रभावित इलाके यानी रेड जोन पर अध्ययन करने का फैसला लिया है.

जिस बात का डर था वही होता दिख रहा है. दरअसल, कोरोना वायरस के प्रसार की नयी खबर सामने आयी जो बेहद डरावनी है. भारत में कम्युनिटी ट्रांसमिशन के संकेत मिले है. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) इसकी गहनता से जांच करना चाह रहा है. इसके लिए आईसीएमआर ने कोरोना के सबसे अधिक प्रभावित इलाके यानी रेड जोन पर अध्ययन करने का फैसला लिया है.

कम्युनिटी ट्रांसमिशन कब होता है

आपको बता दें कि कम्युनिटी ट्रांसमिशन यानि सामुदायिक प्रसारण तब होता है कोई व्यक्ति बिना किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आये या बिना किसी देश की यात्रा किये ही खुद संक्रमित पाया जाता है. मतलब कि उसके संक्रमण के स्रोत का कोई अता-पता नहीं लगाया जा सकता. यह काफी खतरनाक साबित हो सकता है.

सरकारी अधिकारियों की मानें तो प्रति जिले में 400 लोगों पर परीक्षण किया जाएगा. इसके लिए 75 जिलों को शॉर्टलिस्ट किया गया है. उन्होंने बताया कि जो जिले हॉटस्पॉट्स में हैं, उन्हें शॉर्टलिस्ट किया गया है. इससे देश की जनसंख्या में कोविड-19 के नये तरह के प्रसार की संभावना का पता लगाने में मददगार होगा. इससे अंदाजा लगाया जा सकेगा कि यह कितना जोखिम भरा होने वाला है आने वाले समय में.

आईसीएमआर इसके लिए परंपरागत तौर पर एचआईवी परीक्षण में उपयोग होने वाले टेस्ट का इस्तेमाल करेगा. इसके लिए संस्था द्वारा एंजाइम लिंक्ड इम्युनोसॉरबेंट ऐसे (Enzyme-Linked Immunosorbent assay) टेस्ट किया जाएगा. इससे पहले आईसीएमआर ने रैपीड एंटीबॉडी परीक्षण किट के उपयोग पर अध्ययन करने का फैसला लिया था.

अंग्रेजी वेबसाइट ET में छपी रिर्पोट के मुताबिक सरकारी अधिकारी ने कहा कोविड-19 के वैसे रोगियों की औचक जांच की जायेगी जिनमें किसी संक्रमित मरीज के संपर्क में आने और दूसरे देश की यात्रा करने को इतिहास नहीं रहा हो, बावजूद इसके वह कोरोना पॉजिटिव पाया गया हो. उन्होंने बताया कि इसके लिए ICMR ने टीमों का गठन भी कर लिया है. जल्द ही सभी 75 जिलों के रेड जोन इलाकों में चयनित घरों का दौरा किया जायेगा.

आपको बता दें कि इससे पहले ICMR और स्वास्थ्य मंत्रालय ने ही कहा था कि भारत में अभी तक सामुदायिक प्रसारण नहीं पाया गया है. इसी सप्ताह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने इस बात को दोहराया था. लेकिन, आईसीएमआर के इस नये बयान से पता लगाया जा सकता है कि भारत में भी स्थिति काफी दयनीय होती जा रही है. डर तो इस बात का है कि कहीं सच में भारत तीसरे स्टेज में तो नहीं आ गया.

गौरतलब है कि दुनिया के साथ-साथ भारत में भी Coronavirus का आतंक जारी है. भारत में अब तक Coronavirus से तकरीबन 56 हजार से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 1886 लोगों की मौत हो चुकी है. बीते 24 घंटे में लगभग 3500 से अधिक नये मामले सामने आये हैं. वहीं WHO प्रमुख टेड्रोस अधोनम ने बताया कि अप्रैल में प्रत्येक दिन तकरीबन 80 हजार केस पूरी दुनिया में सामने आया है. दुनिया भर में कोरोना से लगभग 37 लाख लोग संक्रमित हैं. वहीं अभी तक 2.54 लाख लोग दम तोड़ चुके हैं. इसी बीच भारत के प्रतिष्ठित मेडिकल संस्थान एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने आशंका जाहिर किया है कि देश में जून-जुलाई के महीने में Coronavirus का संक्रमण चरम पर होगा.

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