नयी दिल्ली : बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार की आगामी फिल्म ‘एयरलिफ्ट’ और ‘आर्गो’ एक ही शैली की फिल्में हैं लेकिन ‘एयरलिफ्ट’ एक वास्तविक घटना से प्रेरित होने के कारण अभिनेता का कहना है कि यह उनकी फिल्म की तौहीन है कि लोग इसकी तुलना ऑस्कर विजेता हॉलीवुड फिल्म से कर रहे हैं.
अभिनेता का कहना है कि बेन एफ्लेक अभिनीत फिल्म में ईरान बंधक संकट के दौरान छह अमेरिकी नागरिकों को बाहर निकालने की घटना दिखाई गई है जबकि ‘एयरलिफ्ट’ में इराक-कुवैत युद्ध के दौरान 1,70,000 भारतीयों को बचाने की कहानी कही गई है.
अक्षय ने कहा, ‘यह कहना हमारी तौहीन है कि हमारी फिल्म ‘आर्गो’ की नकल है. आखिर यह नकल कैसे हो सकती है जबकि हमारी फिल्म एक वास्तविक घटना पर आधारित है? यह कोई नकल नहीं है. यह कुछ ऐसा है जिस पर आप गर्व कर सकते हैं. किसी संकटग्रस्त देश से लोगों को बचाने की मानव इतिहास में यह सबसे बडी घटना है.’
निर्देशक राजा कृष्णन मेनन का कहना है कि लोगों को बचाए जाने की घटना की पृष्ठभूमि पर बनी अन्य कहानियों के साथ 2012 में आई हॉलीवुड फिल्म से इसकी दूसरी कोई समानता नहीं है. अभिनेता ने कहा कि वह 1990 में हुई इस घटना से वाकिफ नहीं थे, निर्देशक जब ‘एयरलिफ्ट’ की कहानी लेकर उनके पास आए तब उन्हें इस बारे में पता चला.
उन्होंने कहा, ‘उस वक्त इस बचाव कार्य के संबंध में केवल एक लेख मौजूद था. सरकार ने इसे बहुत खामोशी से अंजाम दिया. यह कोई मजाक की बात नहीं है. जब मैं उन लोगों से मिला तब घटना का जिक्र करते हुए उनकी आंखें नम हो जाती थीं. इस कहानी से मैं बहुत प्रभावित हूं. यह हमारे देश की महानता दिखाता है.’