नयी दिल्ली : सुपरस्टार शाहरुख खान ने असहिष्णुता को लेकर अपनी पहले की टिप्पणी पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा है कि उनकी बात को गलत तरीके से समझा गया, बल्कि उनका मानना है कि देश में असहिष्णुता नहीं है. नवंबर में असहिष्णुता पर अपनी टिप्पणी को लेकर अभिनेता को दक्षिणपंथी समूहों का जबर्दस्त विरोध झेलना पडा था.
उन्होंने बताया कि उनसे भविष्य की पीढी के बारे में सवाल पूछा गया था और उनके सलाह को गलत परिप्रेक्ष्य में लिया गया. अभिनेता ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता, असहिष्णुता या ऐसा कुछ है… मैं वरिष्ठता के दायरे में आता हूं इसलिए मुझसे पूछा गया-‘आप भविष्य की पीढी को क्या कहेंगे ?’ इसी जवाब पर लोग मेरे उपर हमलावर हुए.’
शाहरुख ने ‘प्रेस कॉन्फ्रेंस’ में कहा, ‘हमारी 50 फीसदी आबादी 25 साल की उम्र की है. अगर मैं उन्हें कोई सलाह देता हूं तो मुझे क्षेत्र, धर्म, जाति, रंग, पंथ, लिंग के आधार पर भेदभाव नहीं करना होगा.” अभिनेता ने कहा कि धूम्रपान की अपनी आदत के सिवाय उन्हें असहिष्णुता के किसी मामले का सामना नहीं करना पडा.
अभिनेता ने कहा कि उनके इस कदम का उनकी फिल्म की रिलीज से कोई सरोकार नहीं है. उन्होंने कहा कि मेरा कभी यह मतलब नहीं था कि ऐसा अभी हो रहा है. मैं स्पष्ट करना चाहूंगा… हमारे देश में सबकुछ बहुत बढिया है. कोई समस्या नहीं है और कोई भी मेरे साथ असहिष्णु नहीं है सिवाय तब जब मैं धूम्रपान करता हूं. ‘
खुद को देशभक्त और राष्ट्रवादी बताते हुए शाहरुख ने कहा कि अगर किसी ने भी उनकी बात को गलत समझा तो वह माफी चाहेंगे. शाहरुख के बाद आमिर को भी देश में असहिष्णुता के बढते माहौल के खिलाफ बोलने पर मुश्किल का सामना करना पडा था.