सनी देओल का कहना है कि उनका परिवार फिल्म जगत में अब भी इसलिए जगह बनाए हुए क्योंकि वे पैसों के पीछे नहीं भागते हैं या ‘वस्तु’ नहीं बन गए हैं. सनी देओल के बेटे करण ‘पल पल दिल के पास’ फिल्म से अभिनय की दुनिया में कदम रखने जा रहे हैं. इस फिल्म के निर्देशक सनी देओल खुद हैं. स्टार का बेटा होने के बावजूद करण को शायद ही कभी भोजनालयों, हवाई अड्डों या जिम से बाहर निकलते हुए फोटो खिंचवाते देखा गया हो. इस पर देओल ने कहा कि यह देओल विरासत का नतीजा है जो कैमरे के पीछे अभिनय नहीं करने में विश्वास रखता है.
‘गदर’ के अभिनेता ने कहा, ‘लोग उनसे (करण से) यह करने, वो करने, फला कार्यक्रम में आने को कहते हैं. यही आज के समय की समस्या है. आप एक वस्तु बन गए हैं. जब एक अभिनेता एक अदाकार बनना चाहता है न कि सिर्फ वस्तु तो यह मुश्किल काम है.’
देओल ने कहा कि उन्हें अक्सर आश्चर्य होता है कि लोग कैसे ‘24 घंटे अभिनय’ कर लेते हैं जो उनके लिए मुमकिन नहीं है. उन्होंने कहा, ‘ 99 फीसदी लोग ऐसा करते हैं और मुझे हैरत होती है कि वे इतनी ऊर्जा लाते कहां से हैं. मैं तो शूटिंग खत्म हो जाने के कुछ देर बाद भी अभिनय नहीं कर पाऊं.”
उन्होंने कहा, ‘ हर कोई अपने लिए बहुत असुरक्षित है. हर कोई चाहता है कि उसे जल्दी से मिले और उससे ज्यादा मिले जितने के वो लायक है.’ 62 साल के अभिनेता ने कहा कि उन्हें फिल्म के हिट होने या ज्यादा पैसे कमाने से खुशी नहीं होती है, बल्कि काम की तारीफ मायने रखती है और यही देओल और अन्य लोगों के बीच में फर्क है.
देओल ने कहा, ‘‘ मैंने करण से पूछा कि आप इस के लिए पूरी तरह से पक्के हैं. यह एक ऐसा पेशा है, जो आपको आहत कर सकता है, आपको क्षति पहुंचा सकता है. हमें अपने रास्ते में आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए पर्याप्त रूप से मजबूत होना चाहिए. यहां प्रेम, जुनून और कौशल की जरूरत होती है. अभिनय जीवन की बहुत सारी वास्तविकताओं का संकलन है, जिन्हें एक साथ लाना होता है.” ‘पल पल दिल के पास’ फिल्म 20 सितंबर को रिलीज होगी.