संगीत के जादूगर ख्य्याम ने सोमवार रात को अंतिम सांस ली. उनके निधन ने पूरी इंडस्ट्री शोक में हैं. उन्होंने अपने 40 साल के करियर में लगभग 35 फिल्मों में संगीत दिया. संगीत नाटक अकादमी और पद्म भूषण से सम्मानित मोहम्मद जहूर ‘खय्याम’ हाशमी ने 17 साल की उम्र में पंजाब के लुधियाना से संगीत की दुनिया में अपना सफर शुरू किया था. कभी कभी’ और ‘उमराव जान’ के कामयाब संगीत के साथ खय्याम का करियर परवान चढ़ा और हिंदी सिनेमा में उन्होंने एक खास पहचान बनाई.
हिंदी सिनेमा को उन्होंने एक से बढ़कर एक गीत दिये. इन गीतों में उनकी यादें अनंतकाल तक के लिए जीवित रहेंगी. साल 2011 में उन्हें पद्म भूषण से नवाजा गया था. देखें 10 सुपरहिट गीत…
न जाने क्या हुआ…
https://www.youtube.com/watch?v=Umgy765J_K8
चांदनी रात में…
इन आंखों की मस्ती के…
https://www.youtube.com/watch?v=X86S-LUpQxs
मैं पल दो पल का शायर हूं…
दिखाये दिये यूं…
आजा रे आजा रे ओ मेरे दिलबर आजा…
कभी कभी मेरे दिल में…
ऐ दिले नादान…
https://www.youtube.com/watch?v=rJRIAKQhaYA
चोरी चोरी कोई आये…
दिल चीज क्या है…
https://www.youtube.com/watch?v=UWq3d9ET8NU
उन्हें फिल्म कभी कभी (1977) और उमराव जान (1982) के लिए सर्वश्रेष्ठ म्यूजिक डायेक्टर का फिल्मफेयर अवार्ड मिला. उन्हें उमराव जान के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला. कम ही लोग इस बात से वाकिफ होंगे कि साल 2007 में रिलीज हुई फिल्म ‘यात्रा’ में खय्याम साहब का संगीत था. फिल्म में रेखा और नाना पाटेकर मुख्य भूमिका में थे.