अमिताभ बच्चन और उनकी बेटी श्वेता नंदा का डेढ़ मिनट का एक विज्ञापन विवादों में है. केरल की आभूषण कंपनी के लिए बनाये गये इस विज्ञापन की एक बैंक यूनियन ने आलोचना की है. यूनियन ने विज्ञापन को घृणित बताया और कहा कि इस विज्ञापन का मकसद बैंक प्रणाली में अविश्वास पैदा करना है. ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कॉन्फेडरेशन ने विज्ञापनदाता आभूषण कंपनी कल्याण ज्वैलर्स के खिलाफ मुकदमे की चेतावनी दी है.
संगठन ने कंपनी पर इस विज्ञापन के जरिये लाखों बैंक कर्मचारियों की भावना को आहत करने का आरोप लगाया है. वहीं कल्याण ज्वैलर्स ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह पूरी तरह कल्पना पर आधारित है.
आईबीओसी के महासचिव सौम्य दत्ता ने आरोप लगाया कि विज्ञापन को जिस विचार और लहजे से दिखाया गया है और इसका जो तात्पर्य है, वह घृणित और अपमानजनक है. इसका मकसद वाणिज्यिक लाभ के लिए बैंक प्रणाली में अविश्वास पैदा करना है. हालांकि कल्याण ज्वैलर्स ने पूरी तरह से इन आरोपों को खारिज किया है और इस विज्ञापन को कल्पना मात्र बताया है.
कल्याण ज्वैलर्स ने दत्ता को लिखे पत्र में कहा है,’ यह पूरी तरह काल्पनिक है और हमारा बैंक अधिकारियों को अपमानिक करने को कोई इरादा नहीं है.’ कंपनी के अनुसार इसके लिए विज्ञापन से पहले उद्घोषणा भी की गई है. इसमें कहा गया है कि किसी व्यक्ति या समुदाय के सम्मान को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं है.
दत्ता का कहना है कि विज्ञापन में बैंक को गलत तरीके से पेश किया गया है और लाखों कर्मचारियों की भावनाओं को आहत किया है जो निदंनीय है. उन्होंने यह भी कहा कि हम इसे सभी बैंकों की मानहानि का मामला मानते हैं.
एआईबीओसी ने आभूषण कंपनी से इस मामले में बिना शर्त माफी मांगने की मांग की है. साथ ही उन्होंने कहा है कि अगर विज्ञापन वापस नहीं लिया गया तो उपयुक्त कार्रवाई की जाएगी.