राजधानी दिल्ली में गुरुवार को 65वें राष्ट्रीय पुरस्कार की धूम रही. सबसे ज्यादा चर्चा में दिवंगत अभिनेत्री श्रीदेवी की हुई. उन्हें मरणोपरांत उनकी आखिरी फिल्म मॉम में दमदार अदाकारी के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया. बोनी कपूर ने अपनी दोनों बेटियों जाह्नवी कपूर और खुशी कपूर के साथ नेशनल अवार्ड ग्रहण किया. हालांकि इस मौके पर तीनों के चेहरे पर खुशी और गम के भाव साफ देखे गये. उनके लिए यह वाकई एक भावुक पल था.
जाह्नवी कपूर इस दौरान अपनी मां की खूबसूरत सिल्क साड़ी में नजर आईं. बोनी कपूर ने कहा, ‘काश वह यहां होती. वह सच में इस पुरस्कार की हकदार हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वह यहां जश्न के मौके पर आज हमारे साथ नहीं हैं.’
श्रीदेवी के अलावा दिवंगत अभिनेता विनोद खन्ना को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया. अपने पिता का मरणोपरांत मिला दादा साहेब फाल्के पुरस्कार ग्रहण करने आए अभिनेता अक्षय खन्ना ने कहा कि यह उनके परिवार के लिए ‘खुशी और गम दोनों का पल’ है.
इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दोनों दिवंगत कलाकारों को श्रद्धांजलि देते हुए उनकी ‘सबसे बेहतरीन’ फिल्मों – खन्ना की ‘ मेरे अपने ‘ और श्रीदेवी की ‘ लम्हें ‘ को याद किया. राष्ट्रपति ने कहा, ‘वे बॉक्स ऑफिस पर सफलता से इतर बेहतरीन फिल्में थीं. वे हमारे दिलों में बस गयीं.’
सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ने भी श्रीदेवी को याद करते हुए कहा, ‘आज हमने इस मंच पर एक ऐसी महिला को भी सम्मानित किया है जो हमारे बीच नहीं हैं. यह उनका पहला राष्ट्रीय पुरस्कार है. मुझे श्रीदेवी को इस रूप में याद करती हूं कि उन्होंने ना केवल फिल्म जगत बल्कि हमारे जीवन पर भी एक गहरा असर छोड़ा है.’