sharda sinha new chhath geet 2025 :गत 20 अक्टूबर को बिहार कोकिला स्वर्गीय शारदा सिन्हा के ऑफिशियल यूट्यूब पेज पर उनकी आवाज में छठ गीत ‘छठी मईया के दरबार’ रिलीज किया गया है. इस गाने की रिकॉर्डिंग और मेकिंग पर उनके बेटे और स्वर शारदा आर्ट फाउंडेशन के प्रमुख अंशुमान सिन्हा ने उर्मिला कोरी से बातचीत की
छठी मईया के दरबार गाना एआई द्वारा नहीं बनाया गया है
छठी मैया के दरबार में गीत जब से रिलीज हुआ है. कई लोगों को लग रहा है कि क्या ये गाना शारदा जी ने गाया है या इसे एआई ने बनाया है तो मैं सभी लोगों को बताना चाहूंगा कि ये गाना मां ने ही गाया है . मां की तबीयत जब थोड़ी खराब होने लगी थी, तो हमें लगा कि कहीं ऐसा ना हो कि गाने की एकदम स्थिति ना हो, तो फिर मुश्किल हो जायेगी. उस वक्त हमने कुछ गाने की रिकॉर्डिंग करवायी थी. उनके अस्पताल में भर्ती होने के छह-सात महीने पहले यह गाना रिकॉर्ड हुआ था. पिछले साल ‘दुखवा मिटाईं छठी मईया’ आया था, जब वह एडमिट थीं. जो मैंने हॉस्पिटल से ही रिलीज किया था.
गाने की मेकिंग में दो महीने लगे
अनुराग कश्यप से बात की बात अक्सर होती रहती थी. उनकी वजह से हम संगीतकार स्नेहा खानविलकर से भी जुड़े हुए थे. जब मैंने इस साल ‘छठी मईया के दरबार’ गीत की चर्चा इंडस्ट्री में छेड़ी तो मेरे जेहन में गायिका स्नेहा खानविलकर का नाम आया. उन्होंने मां के साथ ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ का गीत ‘तार बिजली से पतले हमारे पिया’ गाना गाया था. उनका साउंड एक्सपेरिमेंट कमाल का था. उनसे संपर्क किया, तो उन्होंने कहा कि मैं संगीत डिजाइन करूंगी और यह मेरा शारदा जी को म्यूजिकल ट्रिब्यूट रहेगा. इस गाने की मेकिंग में डेढ़-दो महीने लगे. ये म्यूजिक मुंबई में डिजाइन हुआ है, इसलिए मुझे पटना से मुंबई कई बार जाना पड़ा, क्योंकि भाषा की थोड़ी बाधा थी. मुझे स्नेहा खानविलकर को समझाना था कि कहां पर कौन सा फील है. गाने के जो शब्द हैं, वो क्या कह रहे हैं और ये भी कि बिहार, झारखंड और उत्तर भारत की जनता को किस तरह का संगीत ज्यादा अच्छा लगता है. इस तरह मैंने कुछ गाइड लाइन रखे थे, ताकि उस हिसाब से क्रिएट हो सके.
छठी मईया के दरबार का वीडियो फिल्म की तरह बनाया गया
इस गाने की वीडियो को पूरी तरह से फिल्म की तरह बनाया गया है. इसमें एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर भी शामिल हैं. फिल्म प्रोडक्शन की तरह पूरा का पूरा इक्विपमेंट हायर किया गया. कोक स्टूडियो स्टाइल में म्यूजिशियन को शूट किया गया. बाद में छठ घाटों के विजुअल को जोड़ा गया. मां सशरीर नहीं थीं, तो इस गाने के वीडियो में मां की तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया, ताकि लोग उनकी स्मृति में सुनें. ये सभी कलाकारों के द्वारा उनको श्रद्धांजलि है. म्यूजिक वीडियो में भी यही दर्शाया गया है.
मां के दो और गीत रिकार्डेड हैं
ये मां की ख्वाहिश थी कि ‘मैं ना रहूं, तो जो भी मेरे रिकार्डेड सांग हैं, वो अच्छे और खुशमिजाज तरीके से बाहर लाना’, तो मैं उसी में लगा हूं .एक-दो और गाने होने की संभावना है. कुछ ऐसे हैं, जो स्टूडियो में नहीं, बल्कि घर में गाये हुए हैं. वे गाने रिदम पर रिकॉर्ड हुए हैं, तो उन्हें रिक्रिएट करके हर साल कुछ ना कुछ लाने की प्लानिंग रहेगी.इसके साथ ही वंदना दीदी जिसे लोग मां की परछाई मानते हैं. हमारी म्यूजिक को लेकर बहुत सारी प्लानिंग है. जिसमें युवा और नए लोगों को भी जोड़ा जाएगा.स्वर शारदा आर्ट फॉउंडेशन का प्रयास रहेगा कि हम लोकसंस्कृति की धारा को सूखने ना दें ,जो माँ से प्रेरणा मिली है. उस प्रेरणा को आगे बढ़ाने का पूरा प्रयास करेंगे. अश्लीलता के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी.
पुण्यतिथि पर विशेष कार्यक्रम
आगामी पांच नवम्बर को जब मां की पुण्यतिथि होगी. उस दिन पर हमने स्वर शारदा फाउंडेशन के जरिए से एक कार्यक्रम का आयोजन किया है. १२ कलाकारों को इसमें परफॉरमेंस होगा. पॉपुलर के साथ -साथ युवा भी शामिल होंगे.

