मुंबई : ‘पार्च्ड’, ‘तीन पत्ती’ और ‘शब्द’ जैसी फिल्मों की फिल्मकार लीना यादव का मानना है कि ‘मी टू’ अभियान के इर्द-गिर्द कई जटिल मुद्दे हैं, जिसे फिल्म उद्योग में दिखाये जाने का समय आ गया है.
लीना की हालिया फिल्म ‘राजमा चावल’ में मुकेश छाबड़ा ने मेहमान भूमिका निभायी है. छाबड़ा कास्टिंग डायरेक्टर भी हैं. कई महिलाओं ने उनके ऊपर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया, जिसके बाद उन्हें बतौर निर्देशक उनकी पहली फिल्म ‘किज्जी और मैनी’ से हटा दिया गया.
यह पूछे जाने पर कि क्या ‘मी टू’ के इस दौर में फिल्म में छाबड़ा की मौजूदगी से समस्या खड़ी हो सकती है, इस पर लीना ने बताया, यह बेहद जटिल चीज है इसलिए फिल्म को लेकर बातचीत में इसे (मी टू को) नहीं लाया जाये.
मैं नहीं जानती कि इस सवाल का मैं कैसे जवाब दूं क्योंकि हम सभी के लिए अब वक्त है कि हम इसे जाहिर करें. उन्होंने कहा, मी टू बेहद वास्तविक है और वह उतनी ही जटिल स्थिति भी है जिसे मैं किसी एक व्यक्ति के संदर्भ में एक वाक्य में नहीं बोल सकती.
‘पार्च्ड’ फिल्म की निर्देशक ने कहा कि वह देखने को आतुर हैं कि ‘मी टू’ अभियान किस ओर जा रहा है. लीना यहां 20वें मामी फिल्म महोत्सव से इतर बोल रही थीं. इस बार मामी फिल्म महोत्सव में उनकी फिल्म ‘राजमा चावल’ दिखायी गयी है.