क्या उत्तर प्रदेश के बाद गोवा में भाजपा की मुश्किलें बढ़ने वालीं हैं. दरअसल ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस द्वारा चुनाव का टिकट दिये जाने में नजरअंदाज किए जाने के एक दिन बाद गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर (manohar parrikar) के बेटे उत्पल पर्रिकर का बयान सामने आया.
उत्पल पर्रिकर ने भाजपा से सवाल किया कि पार्टी ईमानदारी और चरित्र में विश्वास करती है या नहीं? फडणवीस ने गत बुधवार को कहा था कि पार्टी 14 फरवरी को होने वाले गोवा विधानसभा चुनाव के लिए किसी को सिर्फ इसलिए टिकट नहीं दे सकती क्योंकि वह एक नेता का बेटा है.
आपको बता दें कि फडणवीस की टिप्पणी को उत्पल पर्रिकर के संदर्भ में देखा गया. उत्पल पणजी विधानसभा सीट से पार्टी का टिकट पाने की कोशिश कर रहे हैं. फडणवीस के बयान के बाद उत्पल ने कहा कि मैं पार्टी का एक छोटा सा कार्यकर्ता हूं और देवेंद्र फडणवीस जैसे वरिष्ठ नेता ने जो कहा है उस पर टिप्पणी नहीं कर सकता. लेकिन, यदि मैं सिर्फ इसलिए टिकट मांगना चाहता हूं कि मैं (दिवंगत) मनोहर पर्रिकर का बेटा हूं, तो मैंने आखिरी बार (पर्रिकर के निधन के बाद उपचुनाव के दौरान) इसकी मांग की होगी...
आगे उत्पल पर्रिकर (Utpal Parrikar) ने कहा कि पणजी निर्वाचन क्षेत्र के मौजूदा विधायक अतानासियो मोनसेरेट को अपना टिकट देती है तो वह चुप नहीं बैठेंगे. यहां चर्चा कर दें कि पूर्व रक्षा मंत्री पर्रिकर का 17 मई 2019 को निधन हो गया था.
गोवा विधानसभा चुनाव में 40 में से 38 सीटों पर लड़ेगी भाजपा
गोवा में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रदेश में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनावों में 40 में से 38 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है. पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
टीएमसी ने कहा
इधर गोवा चुनाव को लेकर टीएमसी ने कहा है कि कांग्रेस अकेले भाजपा को नहीं हरा सकती है. सभी को इसके लिए साथ आना होगा. वहीं महाराष्ट्र के गठबंधन प्रयोग को गोवा विधानसभा चुनाव में दोहराने के अपने प्रस्ताव पर कांग्रेस द्वारा उत्साह नहीं दिखाए जाने पर शिवसेना ने चिंता जताई है. शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा है कि गोवा की राजनीतिक स्थिति ऐसी है कि कांग्रेस यदि अपने बलबूते पर वहां विधानसभा चुनाव लड़ती है तो वह इकाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाएगी.
Posted By : Amitabh Kumar