Success Story: अनीशा तोमर की कहानी विपरीत परिस्थितियों में भी दृढ़ संकल्प और समर्पण की शक्ति का प्रतीक है. कई असफलताओं और स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना करने के बावजूद, उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा पास की और IAS अधिकारी बनने का अपना सपना पूरा किया, जिससे पता चलता है कि आप हर चुनौती का सामना कैसे कर सकते हैं और सफल हो सकते हैं.
Success Story: अनीशा तोमर के शुरुआती सपने और तैयारी की योजना
अनीशा तोमर बचपन से ही अनीशा को सीखने का बहुत शौक था. 2016 में पंजाब यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की डिग्री पूरी करने के बाद, उन्होंने अपना पूरा ध्यान यूपीएससी परीक्षा पर केंद्रित कर दिया. अनीशा ने यूपीएससी पाठ्यक्रम के अनुसार अपनी अध्ययन सामग्री को सावधानीपूर्वक व्यवस्थित किया और पहले प्रयास में ही सफल होने के लिए एक सुसंगत अध्ययन दिनचर्या स्थापित की.
सभी बाधाओं को पार किया और अपने सपने पर केंद्रित रहीं
अनीशा ने एक योजना के साथ तैयारी शुरू की और अपने पहले ही प्रयास में वह बहुत कम अंतर से प्रारंभिक परीक्षा की कटऑफ से चूक गई. हार न मानते हुए, उसने दृढ़ता से काम किया और अपने दूसरे प्रयास के लिए तैयारी की. हालांकि, इस बार भी उसे असफलता का सामना करना पड़ा. सबसे बड़ी बात यह थी कि उसे एक गंभीर स्वास्थ्य चुनौती का सामना करना पड़ा जो मस्तिष्क की बीमारी से संबंधित थी.
फरवरी 2018 में, अपने दूसरे प्रयास की तैयारी करते समय, अनीशा को इडियोपैथिक इंट्राक्रैनील हाइपरटेंशन (IIH) नामक बीमारी का पता चला. दवा, एमआरआई और स्पाइनल टैप सहित बीमारी से निपटने की चुनौतियों के बावजूद, वह अपने लक्ष्य पर केंद्रित रही और तैयारी के अपने तीसरे प्रयास पर ध्यान केंद्रित किया और सफलता हासिल की.
अपने दृढ़ संकल्प से सफलता प्राप्त की
अपने दृढ़ संकल्प और कई सालों की कड़ी मेहनत के बाद, अनीशा ने आखिरकार वह सपना हासिल कर लिया जो उसने संजोया था. उसने अपने तीसरे प्रयास में सफलता हासिल की. उन्होंने अखिल भारतीय रैंक (AIR) 94 हासिल की और आईएएस अधिकारी बनने का अपना सपना पूरा किया. अनीशा की कहानी सभी UPSC उम्मीदवारों के लिए एक प्रेरणा है, जो दिखाती है कि दृढ़ता और जुनून के साथ, किसी भी बाधा को दूर किया जा सकता है.