UPSC Success Story of Preeti AC: UPSC सिविल सेवा परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है. लेकिन अगर मेहनत सच्ची हो तो कोई भी सपना अधूरा नहीं रहता. कर्नाटक के एक छोटे से गांव से आने वाली प्रीति एसी (Preeti AC) ने यह साबित कर दिया है. उनके पिता कभी स्कूल नहीं गए, लेकिन बेटी को अफसर बना दिया. प्रीति ने बगैर कोचिंग के ही सफलता हासिल कर अपने सपनों को पूरा किया. उनकी कहानी सभी के लिए प्रेरणा है. आइए जानते हैं प्रीति और उनकी सफलता (UPSC Success Story of Preeti AC) के बारे में विस्तार से.
पिता ने खेतों से उठाई उम्मीद (Success Story in Hindi)
रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रीति एसी कर्नाटक के मैसूरु जिले के मायिगौडनहल्ली गांव की रहने वाली हैं. उनके पिता चन्नबसप्पा एक पार्ट टाइम कुक हैं और खेतों में काम करते हैं. पढ़ाई का उन्हें कोई अनुभव नहीं था लेकिन उन्होंने अपनी बेटी को पढ़ाने के लिए हर मुमकिन कोशिश की. खेतों में पानी देते वक्त जब उन्हें UPSC रिजल्ट की खबर मिली, तो उनकी आंखें खुशी से भर आईं.
BHU से पढ़ाई पूरी की (UPSC Success Story of Preeti AC)
प्रीति की शुरुआती पढ़ाई कन्नड़ मीडियम स्कूल से हुई. फिर उन्होंने केआर नगर पीयू कॉलेज से आगे की पढ़ाई की. इसके बाद मंडया के कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर से बीएससी (एग्रीकल्चर) किया. फिर वह बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) गईं और यहां से एमएससी पूरा किया. इसके बाद उन्होंने UPSC की तैयारी शुरू की.
तीसरे प्रयास में हासिल की 263वीं रैंक (UPSC Success Story of Preeti AC)
प्रीति ने बगैर कोचिंग ही तैयारी शुरू की थी. हालांकि पहले दो प्रयासों में उन्हें सफलता नहीं मिली लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. तीसरे प्रयास में उन्होंने UPSC CSE 2024 में 263वीं रैंक प्राप्त कर इतिहास रच दिया. आज वह कई युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं.
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