Paper Leak: विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को पेपर लीक के मामले में ‘सिस्टेमेटिक फेलियर’ को चिह्नित किया. पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ (पहले ट्विटर के रूप में जाना जाता था) अकाउंट के माध्यम से ट्वीट किया. उन्होंने ट्वीट किया कि 6 राज्यों में 85 लाख बच्चों का भविष्य खतरे में है.
राहुल ने कहा कि पेपर लीक हमारे युवाओं के लिए सबसे खतरनाक “पद्मव्यूह” बन गया है. पेपर लीक मेहनती छात्रों और उनके परिवारों को अनिश्चितता और तनाव में डालता है, जिससे वे अपनी मेहनत के फल से वंचित हो जाते हैं. यह अगली पीढ़ी को भी गलत संदेश देता है कि बेईमानी कड़ी मेहनत से बेहतर हो सकती है जो पूरी तरह से अस्वीकार्य है.
नीट का भी किया जिक्र (Paper Leak)
राहुल गांधी ने ‘सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) विधेयक, 2024’ कानून पर भी सवाल उठाए. उन्होंने सवाल किया कि अभी एक साल भी नहीं हुआ है जब नीट पेपर लीक ने देश को हिलाकर रख दिया था. हमारे विरोध के बाद सरकार इसे समाधान बताने के लिए एक नए कानून के पीछे छिप गई लेकिन हाल ही में कई लीक ने इसे भी विफल साबित कर दिया है.
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‘राजनीतिक दलों को मतभेद भुलाकर उठाने होंगे कड़े कदम’
उन्होंने कहा कि यह गंभीर समस्या एक व्यवस्थागत विफलता (Systematic Failure) है. इसे तभी खत्म किया जा सकता है जब सभी राजनीतिक दल और सरकारें अपने मतभेदों को भुलाकर एक साथ मिलकर कड़े कदम उठाएं. इन परीक्षाओं की गरिमा बनाए रखना हमारे बच्चों का अधिकार है और इसे हर कीमत पर संरक्षित किया जाना चाहिए.
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