Ajit Doval Salary: जब भी देश की सुरक्षा का सवाल आता है, तो सबसे पहले जिस शख्स का नाम भरोसे के साथ लिया जाता है, वह हैं अजीत डोभाल. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे करीबी और विश्वसनीय सहयोगियों में गिने जाने वाले अजीत डोभाल को भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा नीति का प्रमुख शिल्पकार माना जाता है. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) के रूप में उनकी भूमिका न सिर्फ रणनीतिक लिहाज से बेहद अहम है, बल्कि उनके फैसले और कार्यशैली अक्सर सुर्खियों में रहती हैं. अजीत डोभाल का नाम भारत-पाकिस्तान संघर्षों में भी निर्णायक भूमिका निभाने के लिए जाना जाता है. चाहे 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक हो या 2019 का बालाकोट एयरस्ट्राइक, इन अभियानों की योजना और निगरानी में डोभाल की रणनीतिक सूझबूझ का बड़ा योगदान रहा है. उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को आक्रामक बनाया और पड़ोसी देशों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा को नई दिशा दी. अब जब पहलगाम में हुए आतंकी मामले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव है तो अजीत डोभाल फिर से एक्टिव हो चुके हैं.
अब सवाल आता है कि देश की सुरक्षा के इस सबसे बड़े प्रहरी को सरकार की ओर से क्या सुविधाएं मिलती हैं. बतौर NSA, अजीत डोभाल को कैबिनेट मंत्री के दर्जे के साथ वेतन और भत्ते मिलते हैं. उनकी मासिक सैलरी लगभग 2.5 लाख रुपए के आसपास है. इसके अलावा उन्हें सरकारी आवास, जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा, विशेष यात्रा सुविधाएं और कई गोपनीय अधिकार प्राप्त हैं, जो उनकी संवेदनशील जिम्मेदारियों के अनुरूप हैं.
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कितनी है अजीत डोभाल की बेसिक सैलरी ? (Ajit Doval Salary)
नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (NSA) की भूमिका बेहद अहम मानी जाती है, और इसी के अनुरूप उनकी सैलरी और सुविधाएं भी निर्धारित की जाती हैं. केंद्र सरकार द्वारा इस पद के लिए तय की गई मूल वेतन (बेसिक सैलरी) 1,37,500 रुपए प्रति माह है. हालांकि, इसके साथ ही NSA को विभिन्न भत्ते और सरकारी सुविधाएं भी प्राप्त होती हैं, जिससे उनकी कुल मासिक आय लगभग 2 लाख रुपए तक पहुंच जाती है. यह वेतन न केवल इस पद की प्रतिष्ठा को दर्शाता है, बल्कि इसमें NSA की जिम्मेदारियों, अनुभव और रणनीतिक निर्णय लेने की क्षमता का भी पूर्ण आकलन किया गया होता है. अजीत डोभाल, जो इस पद पर लंबे समय से कार्यरत हैं, अपनी गहरी रणनीतिक सोच और अंतरराष्ट्रीय मामलों में निर्णायक भूमिका के लिए विशेष रूप से जाने जाते हैं. वे राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े नीतिगत निर्णयों में केंद्र बिंदु की भूमिका निभाते हैं.
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