IISC Best College: भारत में एक से एक कॉलेज हैं जो अपनी पढ़ाई के लिए जाने जाते हैं और टॉप रैंक होल्डर हैं. वहीं भारत के कई ऐसे संस्थान हैं जो विदेशी इंस्टीट्यूट के कैंपस को भी मात देते हैं. ऐसा ही एक संस्थान है बैंगलोर स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc). सांइस और मैथ्स की पढ़ाई करने वालों के लिए IISc Bangalore बेस्ट ऑप्शन है. यहां से पढ़ाई करने के बाद आप नौकरी और रिसर्च, दोनों ही फील्ड में जा सकते हैं.
IISC Best College: रिसर्च के लिए फेमस
यह संस्थान न सिर्फ भारत में बल्कि पूरी दुनिया में अपने रिसर्च और पढ़ाई के लिए जाना जाता है. IISc बेंगलुरु से छात्र कंप्यूटर साइंस, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग आदि ब्रांच की पढ़ाई कर सकते हैं. साथ ही यहां एमटेक और पीएचडी कोर्स भी उपलब्ध हैं.
IISc NIRF Ranking: आईआईएससी की रैंकिंग
भारत की बेस्ट यूनिवर्सिटी की लिस्ट में यह संस्थान सबसे ऊपर है. यह संस्थान आईआईटी को भी टक्कर देता है. NIRF Ranking 2024 की रैंकिंग में रिसर्च और भारत की बेस्ट यूनिवर्सिटी की लिस्ट, दोनों में, IISc Bangalore नंबर -1 पर है. वहीं QS World Ranking 2026 में दुनिया के श्रेष्ठ संस्थान में IISc बैंगलोर ने 219वीं रैंक हासिल की है.
IISc Admission: इस तरह मिलेगा एडमिशन
आईआईएससी बेंगलुरु के बीटेक कोर्स में दाखिले के लिए जेईई एडवांस (JEE Advance) परीक्षा पास करनी होती है. वहीं एमटेक या एमएससी कोर्स के लिए गेट परीक्षा पास करना जरूरी है.
IISc Campus: आईआईएससी का कैंपस
कई चुनौतियों को पार करने के बाद, भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) की स्थापना 27 मई 1909 को बेंगलुरु में हुई. आधिकारिक वेबसाइट से मिली जानकारी के अनुसार, इसके पहले निदेशक इंग्लिश रसायनज्ञ मॉरिस ट्रैवर्स बने. संस्थान में 1911 से दाखिला शुरू हुआ और उस समय कुल 24 छात्रों ने प्रवेश लिया था.
IISC Best College: विदेशी कॉलेज को देता है टक्कर
आईआईएससी का मुख्य कैंपस बेंगलुरु शहर के बीचों-बीच 400 एकड़ में फैला हुआ है. इस कॉलेज का लुक विदेशी कॉलेज जैसा लगता है. संभवत: इसका एक कारण ये भी हो सकता है कि IISc Bangalore का परिसर ब्रिटिश वास्तुकला से प्रेरित है. सिर्फ दिखने में ही नहीं पढ़ाई में भी यह संस्थान विदेशी कॉलेजों को टक्कर देता है. एनआईआरएफ रैंकिंग से लेकर QS World रैंकिंग में इस संस्थान ने अच्छी पोजिशन हासिल की है. इक्कीसवीं सदी में प्रवेश के साथ ही IISc में भी कई बदलाव हुए. यहां कई तरह के स्नातक कार्यक्रम की शुरुआत की गई, जिसमें दिमागी शोध, नैनोविज्ञान और इंजीनियरिंग, हाइपरसोनिक्स समेत कई नए विभाग और केंद्र शामिल थे. इसी के साथ संस्थान ने उद्योगों के साथ अपने संबंध मजबूत किए.
यह भी पढ़ें- High Salary Jobs के लिए BHU के 5 शॉर्ट टर्म कोर्स, जानें पूरी डिटेल

