10.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

‘एमएस धोनी और मैं कभी भी करीबी दोस्त नहीं थे’, युवराज सिंह ने ईमानदारी से कही दिल की बात

युवराज सिंह ने ईमानदारी से अपने दिल का बात कही है और एमएस धोनी और अपने रिश्तों पर बेबाक बात की है. उन्होंने बताया कि वे दोनों केवल क्रिकेट की वजह से दोस्त थे. वे कभी भी करीबी दोस्त नहीं रहे. लेकिन मैदान के बाहर भी दोनों के बीच कभी दुश्मनी नहीं रही.

भारत के अब तक के सबसे बेहतरीन मध्यक्रम बल्लेबाजों में से दो, युवराज सिंह और एमएस धोनी ने भारतीय टीम के लिए काफी क्रिकेट खेला है. अपने समय में दोनों ने अद्भुत प्रदर्शन किया है. दोनों कुछ बड़ी ट्रॉफियों की जीत के गवाह रहे हैं. दोनों क्रिकेटर अब रिटायर हो चुके हैं और अपनी निजी जिंदगी का आनंद ले रहे हैं. उनके निजी रिश्ते और एक-दूसरे के साथ उनके समीकरण को लेकर कई कयास लगाए जाते रहे हैं. युवराज के पिता योगराज सिंह कई बार सार्वजनिक रूप से एमएस धोनी की आलोचना कर चुके हैं.

करीबी दोस्त नहीं थे युवराज और धोनी

टीआरएस क्लिप्स पर बातचीत में युवराज सिंह ने स्वीकार किया कि वह और एमएस धोनी दोस्त थे क्योंकि वे दोनों एक साथ भारत के लिए क्रिकेट खेलते थे. मैदान के बाहर उनकी कोई विशेष दोस्ती नहीं थी. युवराज ने यह भी स्वीकार किया कि उनकी और माही की जीवनशैली अगल प्रकार की थी, इसलिए कभी वे दोनों मैदान के बाहर करीबी दोस्त नहीं बन पाए.

Also Read: धोनी ने कहा, मैं कप्तान बना तो रिस्पेक्ट पाने की कोशिश की, क्रिकेटर की बजाय इस रूप में याद किया जाना चाहता हूं

क्रिकेट की वजह से दोस्त बनें युवराज और धोनी

युवराज ने कहा, ‘मैं और एमएस धोनी करीबी दोस्त नहीं हैं. हम क्रिकेट की वजह से दोस्त थे, हम साथ खेलते थे. माही की जीवनशैली मुझसे बहुत अलग थी, इसलिए हम कभी करीबी दोस्त नहीं थे. हम सिर्फ क्रिकेट की वजह से दोस्त थे. जब मैं और माही मैदान पर एक दूसरे के साथ थे. हमने अपने देश को 100% से अधिक दिया. उस समय वह कप्तान थे, मैं उप-कप्तान था. जब आप कप्तान और उप-कप्तान होंगे, तो निर्णय में मतभेद होना सामान्य बात है.’

माही ने युवराज को बताई थी वह बात

युवराज ने आगे कहा, ‘कभी-कभी उसने ऐसे निर्णय लिए जो मुझे पसंद नहीं थे, कभी-कभी मैंने भी ऐसे निर्णय लिए जो उसे पसंद नहीं थे. ऐसा हर टीम में होता है. जब मैं अपने करियर के अंत में था, जब मुझे अपने करियर के बारे में सही तस्वीर नहीं मिल रही थी, मैंने उनसे सलाह मांगी. तब माही ने ही मुझे बताया था कि चयन समिति अभी आपके बारे में नहीं सोच रही है. मुझे लगा, कम से कम मुझे असली तस्वीर तो पता चल गई. यह 2019 विश्व कप से ठीक पहले की बात है.’

Also Read: बिरयानी के शौकीन हैं ‘कैप्टन कूल’ महेंद्र सिंह धोनी, लेकिन क्यों खा रहे हैं तंदूरी चिकन किया खुलासा

सभी खिलाड़ी करीबी दोस्त हों, ये जरूरी नहीं

युवराज ने आगे इस बात पर जोर दिया कि किसी खेल में टीम के साथियों को एक-दूसरे का सबसे अच्छा दोस्त बनने की जरूरत नहीं है. उन्हें बस मैदान पर उतरते समय अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होता है. युवराज ने कहा, ‘आपके टीम के साथियों को मैदान के बाहर आपका सबसे अच्छा दोस्त होने की जरूरत नहीं है1 हर किसी की जीवनशैली अलग-अलग होती है. कुछ लोग कुछ खास लोगों के साथ घूमते हैं, आपको मैदान पर जाने के लिए सभी के साथ सबसे अच्छे दोस्त होने की जरूरत नहीं है. यदि आप किसी भी टीम को लेते हैं, तो सभी ग्यारह करीबी दोस्त नहीं होते. जब आप मैदान में हों, तो अपने अहंकार को पीछे रखें और मैदान पर योगदान दें.

धोनी के लिए रनर रह चुके हैं युवराज

मैदान पर अपने रिश्ते के बारे में बात करते हुए युवराज ने कहा कि मुझे याद है जब एमएस घायल हो गए थे, मैं उनके लिए धावक था. मुझे याद है कि एक क्षण था जब वह 90 के स्कोर पर थे और मैं उन्हें 100 तक पहुंचने में मदद करने के लिए दौड़ लगा रहा था. मुझे उनके लिए, उनके लिए गोता लगाना याद है. एक बात और याद है जब मैं विश्व कप मैच में बल्लेबाजी कर रहा था, तो मैं नीदरलैंड के खिलाफ 48 रन पर था. 2 रन बनाने थे और माही ने दोनों गेंदों को रोक दिया ताकि मैं 50 रन बना सकूं.

Also Read: एमएस धोनी की पसंदीदा वर्ल्ड कप टीम में रोहित शर्मा क्यों नहीं, बंगाल के इस क्रिकेटर का बड़ा खुलासा

रिश्ते में कोई खटास नहीं

अपने और धोनी के बीच कितने पेशेवर रिश्ते थे, इसका एक और उदाहरण देते हुए युवराज ने 2011 विश्व कप फाइनल का उदाहरण दिया. उन्होंने बताया कि विश्व कप फाइनल (2011) में, यह निर्णय लिया गया था कि अगर गौती (गौतम गंभीर) आउट हो गए, तो मैं जाऊंगा, अगर विराट आउट हो गए, तो धोनी जाएंगे. यह चीज दोस्ती से अधिक महत्वपूर्ण है. हम कट्टर पेशेवर थे. युवराज ने कहा कि वह रिटायर हो चुके हैं, मैं भी रिटायर हो चुका हूं. जब भी हम मिलते हैं, तो हम दोस्तों की तरह मिलते हैं, न कि ‘मैं तुम्हें जानना नहीं चाहता’ की तरह. हमने एक साथ एक विज्ञापन भी शूट किया और अपने पिछले दिनों के बारे में बात करके मजे लिए.

AmleshNandan Sinha
AmleshNandan Sinha
अमलेश नंदन सिन्हा प्रभात खबर डिजिटल में वरिष्ठ खेल पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं. इनके पास हिंदी पत्रकारिता में 15 से अधिक वर्षों का अनुभव है. रांची विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की पढ़ाई करने के बाद से इन्होंने कई समाचार पत्रों के साथ काम किया. इन्होंने पत्रकारिता की शुरुआत रांची एक्सप्रेस से की, जो अपने समय में झारखंड के विश्वसनीय अखबारों में से एक था. एक दशक से ज्यादा समय से ये डिजिटल के लिए काम कर रहे हैं. खेल की खबरों के अलावा, समसामयिक विषयों के बारे में भी लिखने में रुचि रखते हैं. विज्ञान और आधुनिक चिकित्सा के बारे में देखना, पढ़ना और नई जानकारियां प्राप्त करना इन्हें पसंद है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel