Zomato: जोमैटो से फूड ऑर्डर करने वालों के लिए एक बुरी खबर है. वह यह है कि अब जोमैटो से फूड ऑर्डर करना आपको महंगा पड़ सकता है. इसका कारण यह है कि फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स कंपनी एटर्नल लिमिटेड ने फूड डिलीवरी ऑर्डर्स पर 20% तक प्लेटफॉर्म फीस बढ़ा दी है. ग्राहकों को जोमैटो से फूड ऑर्डर करने पर प्लेटफॉर्म फीस के तौर पर अब 10 रुपये की बजाय 12 रुपये का भुगतान करना होगा. कंपनी ने एक साल पहले प्लेटफॉर्म फीस में बढ़ोतरी की थी. बढ़ी हुई प्लेटफॉर्म फीस मंगलवार 2 सितंबर, 2025 से लागू कर दी गई है.
10 की बजाय 12 रुपये देनी होगी फीस
फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स कंपनी एटर्नल लिमिटेड ने मंगलवार को फूड डिलीवरी ऑर्डर्स पर प्लेटफॉर्म फीस बढ़ाने की घोषणा की है. उसने कहा है कि अब ग्राहकों को 10 की बजाय 12 रुपये फीस देनी होगी. कंपनी ने पिछले साल अगस्त 2023 में प्लेटफॉर्म फीस की शुरुआत केवल 2 रुपये से की थी, लेकिन धीरे-धीरे इसे कई चरणों में बढ़ाया गया.
सालभर में कई बार बढ़ाई गई फीस
जोमैटो के सह-संस्थापक और सीईओ दीपिंदर गोयल ने अगस्त 2023 में इस फीस की शुरुआत की थी. इसका उद्देश्य मार्जिन सुधारना और मुनाफा बढ़ाना था. शुरुआत में प्लेटफॉर्म फीस 2 रुपये रखी गई, जिसे बाद में 2023 में 3 रुपये, जनवरी 2024 में 4 रुपये और अक्टूबर 2024 में त्योहारों के दौरान सीधे 10 रुपये कर दिया गया. अब एक साल बाद इसे फिर से बढ़ाकर 12 रुपये कर दिया गया है.
मुनाफे में गिरावट लेकिन रेवेन्यू में बढ़ोतरी
एटर्नल लिमिटेड ने जून तिमाही में 25 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया. यह पिछले साल की समान अवधि के 253 करोड़ रुपये की तुलना में काफी कम है. कंपनी ने बताया कि मुनाफे में यह कमी मुख्य रूप से क्विक कॉमर्स और आउटगोइंग बिजनेस में भारी निवेश के कारण आई है. हालांकि, कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 7,167 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की तुलना में (4,206 करोड़ रुपये) काफी ज्यादा है. खास बात यह रही कि पहली बार क्विक कॉमर्स का नेट ऑर्डर वैल्यू पूरे क्वार्टर में फूड डिलीवरी एनओवी से अधिक दर्ज किया गया.
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शेयर मार्केट में स्थिर प्रदर्शन
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर मंगलवार को एटर्नल लिमिटेड का शेयर 0.55% बढ़कर 322.85 रुपये पर बंद हुआ. पिछले 1 महीने में स्टॉक में 5.77% की बढ़त देखने को मिली है. वहीं, पिछले 6 महीनों में यह 45.34% चढ़ा, और पिछले 1 साल में स्टॉक ने 30.34% का रिटर्न दिया है. कंपनी की रणनीति साफ है कि वह मुनाफे को बढ़ाने के लिए लगातार प्लेटफॉर्म फीस एडजस्ट कर रही है. हालांकि, ग्राहकों के लिए यह बोझ बढ़ा सकता है, लेकिन क्विक कॉमर्स से कंपनी को नया ग्रोथ इंजन मिल रहा है.
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