SIP: भारत में म्यूचुअल फंड्स निवेशकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं. खासकर, तब जब उन्हें लंबे समय के लिए संपत्ति निर्माण करनी हो. अधिक रिटर्न पाने और मोटी कमाई करने के लिए लोग एसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंड्स में पैसा लगाना ज्यादा बेहतर समझते हैं. 2025 में ऐसे कई फंड्स हैं, जिन्होंने पिछले पांच वर्षों में असाधारण प्रदर्शन किया है. आइए, इसके बारे में विस्तार से जानते हैं.
क्वांट स्मॉल कैप फंड
क्वांट स्मॉल कैप फंड उन निवेशकों के लिए है, जो उच्च जोखिम उठाकर बड़े लाभ की तलाश में हैं. यह फंड स्मॉल-कैप कंपनियों में निवेश करता है, जहां तेजी से बढ़ने की क्षमता होती है. जनवरी 2025 तक इस फंड ने लगभग 50.18% का सीएजीआर रिटर्न दिया है, जो किसी भी निवेशक के लिए बेहद आकर्षक है. इस फंड का एयूएम लगभग 22,832.42 करोड़ रुपये है और इसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी बड़ी कंपनियों के स्टॉक्स भी शामिल हैं. हालांकि, स्मॉल-कैप फंड्स में उतार-चढ़ाव अधिक होता है, लेकिन दीर्घकालिक निवेशकों के लिए यह शानदार विकल्प साबित हो सकता है.
मोतीलाल ओसवाल मिडकैप फंड
मिडकैप श्रेणी में मोतीलाल ओसवाल मिडकैप फंड ने पिछले पांच वर्षों में लगभग 33.77% का सीएजीआर रिटर्न दिया है. यह फंड उन निवेशकों के लिए माकूल है, जो लार्ज-कैप से अधिक रिटर्न चाहते हैं. लेकिन, स्मॉल-कैप से कम जोखिम लेना पसंद करते हैं. इस फंड में पॉलीकैब इंडिया और कोफोर्ज जैसी तेजी से बढ़ती कंपनियों के स्टॉक्स शामिल हैं. मिडकैप कंपनियों में निवेश का फायदा यह है कि उनमें आगे चलकर लार्ज-कैप बनने की क्षमता होती है, जिससे निवेशकों को लंबे समय में अच्छा लाभ मिलता है.
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल इंफ्रास्ट्रक्चर फंड
इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में निवेश करने वाला आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल इंफ्रास्ट्रक्चर फंड उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है, जो भारत की आर्थिक प्रगति से जुड़े रहना चाहते हैं. अगस्त 2025 तक इस फंड ने लगभग 33.92% का सीएजीआर रिटर्न दिया है और इसका एयूएम लगभग 6,423 करोड़ रुपये है. इस फंड की टॉप होल्डिंग्स में एलएंडटी, एनटीपीसी और आईसीआईसीआई बैंक जैसी प्रमुख कंपनियां शामिल हैं. चूंकि सरकार लगातार इंफ्रास्ट्रक्चर विकास पर जोर दे रही है, इसलिए इस फंड में निवेश आने वाले वर्षों में भी लाभकारी साबित हो सकता है.
फ्रैंकलिन बिल्ड इंडिया फंड
फ्रैंकलिन बिल्ड इंडिया फंड भी एक थीमैटिक फंड है जो इंफ्रास्ट्रक्चर और उससे जुड़े क्षेत्रों जैसे ऊर्जा और निर्माण में निवेश करता है. इस फंड ने पिछले पांच वर्षों में लगभग 31.78% का सीएजीआर रिटर्न दिया है. मध्यम आकार के इस फंड में निवेश करने वाले निवेशक उन सेक्टर्स में हिस्सा लेते हैं, जो भारत की विकास यात्रा में सीधे योगदान करते हैं. अगर कोई निवेशक भारत के बुनियादी ढांचे में दीर्घकालिक अवसर देखता है, तो यह फंड उसके पोर्टफोलियो के लिए बेहतरीन विकल्प हो सकता है.
एसबीआई पीएसयू डायरेक्ट प्लान-ग्रोथ
एसबीआई पीएसयू डायरेक्ट प्लान-ग्रोथ एक थीमैटिक फंड है, जो सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में निवेश करता है. जनवरी 2025 तक इस फंड ने लगभग 25-30% का वार्षिक रिटर्न दिया है और इसका एयूएम करीब 4,703.46 करोड़ रुपये है. इसमें एसबीआई, पावर ग्रिड और गेल जैसी मजबूत सरकारी कंपनियों के स्टॉक्स शामिल हैं. चूंकि पीएसयू कंपनियों को सरकारी नीतियों और समर्थन का लाभ मिलता है, इसलिए यह फंड अपेक्षाकृत कम जोखिम के साथ स्थिर रिटर्न देने में सक्षम है.
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मोटी कमाई के लिए बेहतर विकल्प
2025 में भारत के ये टॉप 5 एसआईपी म्यूचुअल फंड्स उन निवेशकों के लिए शानदार विकल्प हैं, जो लंबे समय के लिए धन सृजन करना चाहते हैं. क्वांट स्मॉल कैप फंड और मोतीलाल ओसवाल मिडकैप फंड जहां तेजी से बढ़ती कंपनियों में अवसर प्रदान करते हैं. वहीं, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल इंफ्रास्ट्रक्चर और फ्रैंकलिन बिल्ड इंडिया फंड भारत के विकास से सीधे जुड़े सेक्टर्स में निवेश का मौका देते हैं. एसबीआई पीएसयू डायरेक्ट प्लान-ग्रोथ उन लोगों के लिए बेहतर विकल्प है, जो सरकारी कंपनियों की स्थिरता पर भरोसा करते हैं. सही फंड का चुनाव निवेशक के जोखिम उठाने की क्षमता और निवेश की अवधि पर निर्भर करता है.
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