Tokyo Millionaire Janitor: हाल ही में जारी हुरुन रिच लिस्ट 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, एशिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में कई नाम शामिल हैं, जिनमें जापान के भी कई अरबपति हैं. इसी बीच, टोक्यो के एक ऐसे 56 साल के सफाईकर्मी की कहानी सामने आ रही है जो इतनी उम्र होने के बावजूद काम कर रहे है .आप सोच रहे होंगे कि बेचारे के पास पेट पालने को पैसे नहीं होंगे तो इतनी उम्र होने पर भी भला काम नहीं करेगा तो और क्या करेगा? आप सभी का सोचना भी सही है लेकिन ये जापानी आदमी जो आज 56 की उम्र में भी सफाईकर्मी का काम कर रहा है वो कोई साधारण सफाईकर्मी नहीं बल्कि अरबों-खरबों का मालिक है. करोड़ों की संपत्ति होने के बावजूद, वह खुद एक आवासीय बिल्डिंग में सफाईकर्मी की नौकरी करते है.अब इतनी संपत्ति होने के बावजूद भी इस उम्र में सफाईकर्मी की नौकरी भला ये क्यों कर रहे है ? तो आइए जानते है इसके पीछे का रहस्य.
कोइची मात्सुबारा के पास करोड़ों की संपत्ति
जहां आज लोग चंद पैसे कमाने के बाद दिखावा करने से पीछे नहीं हटते है. वहीं करोड़ों के मालिक होने के बावजूद यह व्यक्ति एक साधारण सफाईकर्मी की नौकरी करता है. टोक्यो के रहने वाले 56 साल के कोइची मात्सुबारा इन दिनों जापान में काफी चर्चा में हैं. वजह ये है कि उनके पास करोड़ों की कमाई के बावजूद वे एक साधारण सी सफाईकर्मी की नौकरी कर रहे हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, मात्सुबारा हर साल किराये की प्रॉपर्टी और निवेश से करीब 3 करोड़ येन (लगभग 1.81 करोड़ रुपये) कमाते हैं. फिर भी वे हफ्ते में तीन दिन वो भी चार- चार घंटे काम करते हैं और इसके बदले उन्हें हर महीने लगभग 1 लाख येन (लगभग 60,000 रुपये) मिलते हैं. जहां टोक्यो में एक आम आदमी की औसतन मासिक तनख्वाह लगभग 3.5 लाख येन (करीब 2.1 लाख रुपये) होती है. वहीं मात्सुबारा केवल 1 लाख येन में यह काम कर रहे है .
सफाई का काम क्यों करते हैं कोइची मात्सुबारा
मात्सुबारा कहते हैं कि वह ये काम पैसों के लिए नहीं, बल्कि अपनी सेहत और खुशहाल दिनचर्या के लिए करते हैं. उन्हें लगता है कि काम में एक्टिव रहने से शरीर भी ठीक रहता है और मन को भी सुकून मिलता है.वे सफाई और देखभाल का काम इसलिए भी दिल से करते है क्योंकि उन्हे सुकून मिलता है कि वे जिस बिल्डिंग में काम करते हैं, वह साफ-सुथरी और ठीक हालत में है.
बेहद साधारण है कोइची मात्सुबारा
कोइची मात्सुबारा दिखावे में विश्वास नहीं करते है. वे न ही महंगे कपड़े पहनते हैं और न ही अपनी दौलत का दिखावा करते हैं. इसी वजह से स्थानीय मीडिया ने उन्हे “इनविज़िबल मिलियनेयर” कहा है. उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया कि वे हमेशा से चाहते थे कि वे अपनी कमाई और बचत से ही जिंदगी का गुजारा करे .
कैसे शुरू की कमाई?
मात्सुबारा का बचपन बहुत साधारण था. वे अपनी अकेली माँ के साथ बड़े हुए और स्कूल के बाद सीधे एक फैक्ट्री में काम करने लगे. उस समय उन्हें हर महीने करीब 1.8 लाख येन (लगभग 1.08 लाख रुपये) तनख़्वाह मिलती थी. उन्होंने बहुत साधारण जीवन जीया और कुछ ही सालों में करीब 3 लाख येन (लगभग 1.8 लाख रुपये) की बचत भी कर ली . इसी पैसे से उन्होंने एक छोटा सा फ्लैट खरीदा और धीरे-धीरे अपनी प्रॉपर्टी बढ़ाते गए. उन्होंने अपना कर्ज भी जल्दी चुका दिया और खाली पड़ी प्रॉपर्टी को बेचते रहे. आज उनके पास टोक्यो और उसके आसपास के जगहों में लगभग सात किराए पे लगे हुए फ्लैट्स हैं. इसके अलावा उन्होंने शेयर बाजार और निवेश फंड्स में भी पैसे लगाए हैं.
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इतने अमीर होने के बावजूद फिर भी इतनी सादगी क्यों?
मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, मात्सुबारा कहते हैं की उन्हे सादा जीवन जीना अच्छा लगता है. उन्हे लग्जरी चीजो का शौक नहीं है. बल्कि असली खुशी सादगी में ही है.
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