Tariff War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को यूरोपीय यूनियन से शैंपेन और अन्य मादक उत्पादों पर 200% टैरिफ लगाने की धमकी दी, जिससे वाशिंगटन और ब्रुसेल्स के बीच चल रहे व्यापार तनाव बढ़ गया. यह धमकी यूरोपीय यूनियन की ओर से 50% टैरिफ समेत 28 बिलियन अमेरिकी डॉलर के अमेरिकी सामानों पर टैरिफ लगाने की योजना की घोषणा के एक दिन बाद आई है. यह कदम स्टील और एल्युमीनियम आयात पर पिछले अमेरिकी शुल्कों के जवाब में लिया गया था.
ट्रंप की चेतावनी और यूरोपीय यूनियन का जवाब
डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपीय यूनियन से व्हिस्की पर अपना टैरिफ वापस लेने का आग्रह किया और चेतावनी दी कि अगर यह लागू रहता है, तो अमेरिका यूरोपीय यूनियन से शराब उत्पादों पर “शीघ्र ही जवाबी टैरिफ लगाएगा.” उन्होंने यूरोपीय संघ की व्यापार नीतियों पर भी निशाना साधा और इसे “दुनिया में सबसे अधिक शत्रुतापूर्ण और अपमानजनक कर और टैरिफ लगाने वाले अधिकारियों में से एक” बताया.
यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने यूरोपीय संघ के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि यूरोपीय संघ को “उपभोक्ताओं और व्यापार की रक्षा के लिए कार्य करना चाहिए.” एबीसी न्यूज के अनुसार, यह कदम अमेरिकी व्यापार उपायों के आर्थिक प्रभाव को संतुलित करने के लिए यूरोपीय संघ की रणनीति का हिस्सा था.
वित्तीय बाजारों पर प्रभाव और वैश्विक व्यापार संघर्ष
टैरिफ धमकियों के ताजे आदान-प्रदान का तत्काल प्रभाव वित्तीय बाजारों पर पड़ा. गुरुवार को स्टॉक वायदा में गिरावट आई, जिससे एसएंडपी 500 और नैस्डैक में पिछले दिन की बढ़त उलट गई. डॉउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज वायदा में भी गिरावट के संकेत मिले. यह संकट एक व्यापक व्यापार संघर्ष का हिस्सा है, जिसमें कनाडा और चीन जैसे अन्य देशों ने भी अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ लगाए हैं.
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व्यापार विवादों का आर्थिक मंदी पर प्रभाव
व्यापार विवादों के बीच आर्थिक मंदी की चिंता भी बढ़ गई है. गोल्डमैन सैक्स ने अपनी मंदी की संभावना को 15% से बढ़ाकर 20% कर दिया है, जबकि मूडीज एनालिटिक्स ने वैश्विक व्यापार अनिश्चितता को लेकर अपने जोखिम अनुमान को 35% तक समायोजित किया है. यह सभी घटनाएं अमेरिकी और वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के लिए बढ़ते जोखिमों का संकेत दे रही हैं और व्यापारिक तनावों का समाधान जल्दी निकलता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है.
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