मुंबई : भारत की सब्जी मंडियों में टमाटर की बढ़ी कीमतों पर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने भी मुहर लगा दी है. सोमवार को जारी एक बुलेटिन में आरबीआई ने कहा है कि टमाटर की बढ़ी कीमतों की वजह से आम आदमी के घर का बजट बिगड़ गया है. आरबीआई के लेख में घरों के बजट प्रभावित होने का जिक्र करते हुए कहा गया है कि टमाटर की बढ़ी कीमतों के कारण देश में दूसरी वस्तुओं के उत्पातों पर पड़ने वाला प्रभाव चिंता का विषय बन गया है.
केरल में मानूसन के दस्तक के साथ क्यों बढ़ी टमाटर की कीमत?
बताते चलें कि आठ जून, 2023 को केरल में मानसून के आगमन के साथ ही भारत की थोक और खुदरा सब्जी मंडियों में टमाटर के दामों में इजाफा हो गया. मीडिया की रिपोर्ट्स की मानें, तो मुनाफाखोरों ने मानूसन के आगमन के साथ ही भारी बारिश की आशंकाओं को सही मानते हुए टमाटर की फसलों को बर्बाद होने का ठीकरा फोड़ते हुए टमाटर के दामों में इजाफा कर दिया है. रिपोर्ट में यह भी कहा जा रहा है कि जब इस साल की मानूसन की बारिश से पहले देश में टमाटर का ढंग से पौधारोपण हुआ ही नहीं, तो मानसून की पहली बारिश के साथ ही फसल बर्बाद कैसे हो गए? इसका अर्थ यह निकाला जा रहा है कि देश के किसानों के द्वारा गरमा फसल के तौर पर जो टमाटर की फसल उगाई गई थी, ये मुनाफाखोर उसी की बर्बादी का ठीकरा मानूसन पर फोड़ रहे हैं. हालांकि, मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि इस साल के मानूसन में अभी इतनी अधिक वर्षा नहीं हुई है कि देश में टमाटर समेत अन्य गरमा फसलों की बर्बादी हुई हो.
250 रुपये किलो बिक रहा टमाटर
मीडिया की रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि मानूसन की पहली बारिश के साथ ही देश की सब्जी मंडियों में टमाटर के भाव में तेजी आने की वजह से फिलहाल पिछले कुछ दिनों में टमाटर के दाम 250 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गए हैं. रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि मंडियों में टमाटर की कीमतों के बढ़ने का मुख्य कारण बारिश के कारण टमाटर की फसल को होने वाला नुकसान है. खुदरा कीमतों में इस भारी वृद्धि के बीच केंद्र ने लोगों को राहत देने के लिए 80 रुपये प्रति किलोग्राम पर टमाटर बेचना शुरू कर दिया है.
खराब मौसम और कीटों के हमलों से बर्बाद हो गई फसल?
आरबीआई की ओर से जारी जुलाई की बुलेटिन में ‘अर्थव्यवस्था की स्थिति' पर प्रकाशित एक लेख में कहा गया है कि प्रमुख उत्पादन क्षेत्रों में खराब मौसम और कीटों के हमलों के कारण फसल को नुकसान होने से टमाटर की कीमतों में हाल में आई तेजी ने व्यापक रूप से ध्यान आकर्षित किया है, क्योंकि इससे घरों के बजट प्रभावित हुए हैं. आरबीआई के डिप्टी गवर्नर माइकल देबब्रत पात्रा की अगुआई वाली टीम के इस लेख में महंगाई दर की अस्थिरता को नियंत्रित करने के लिए आपूर्ति श्रृंखला में सुधार की वकालत की गई है.
तो क्या सस्ता हो गया टमाटर?
हालांकि, मीडिया की खबरों में यह भी दावा किया गया है कि सरकार के प्रयासों के बाद टमाटर की कीमत में गिरावट शुरू हो गई है. सरकारी आंकड़ों में दावा किया गया है कि सोमवार को इस सब्जी की अखिल भारतीय औसत कीमत लगभग 120 रुपये प्रति किलोग्राम रही.
महंगाई बढ़ाने में टमाटर का अहम रोल
उधर, आरबीआई के लेख के अनुसार, देश में पूरी तरह से महंगाई बढ़ाने में टमाटर की कीमतों का ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण योगदान रहा है. इसकी घट-बढ़, खुदरा और थोक बाजारों में अन्य सब्जियों की कीमतों पर भी असर डालती है. लेख के मुताबिक टमाटर जल्दी खराब होने वाली वस्तु है. इससे मौसमी आधार पर कीमतों में उतार-चढ़ाव आता है, लेकिन ये घटनाएं कुछ समय के लिए ही होती हैं. हालांकि, केंद्रीय बैंक ने स्पष्ट किया है कि बुलेटिन में व्यक्त विचार लेखकों के हैं और वह रिजर्व बैंक के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं.
दिल्ली में टमाटर 150 रुपये किलो
उधर, एक अन्य रिपोर्ट में यह भी दावा किया जा रहा है कि सरकारी प्रयासों के बावजूद भारत की राजधानी दिल्ली के खुदरा बाजारों में टमाटर की कीमत सोमवार को 150 रुपये किलो है. हालांकि, अमेजन और बिग बास्केट जैसी ई-कॉमर्स कंपनियां दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में 170-190 रुपये प्रति किलो टमाटर बेच रही हैं.
हापुड़ में टमाटर 237 रुपये किलो
हालांकि, दावा यह भी किया जा रहा है कि केंद्र सरकार, भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ (एनसीसीएफ) और भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नेफेड) के माध्यम से दिल्ली और कुछ अन्य शहरों में 80 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर टमाटर बेचा जा रहा है. उपभोक्ता मामलों के विभाग के आंकड़ों के अनुसार, टमाटर की अखिल भारतीय औसत खुदरा कीमत 120.29 रुपये प्रति किलो थी, जबकि अधिकतम कीमत हापुड़ में 237 रुपये प्रति किलो थी.
चार महानगरों में टमाटर की कीमत
देश के चार महानगरों में टमाटर की कीमतों का मूल्यांकन करें, तो मुंबई में टमाटर 155 रुपये प्रति किलो, चेन्नई में 132 रुपये प्रति किलो और कोलकाता में 143 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिक रहा था. हालांकि, दिल्ली में यह 150 रुपये किलो है. दिल्ली के पश्चिम विहार में स्थानीय विक्रेता गुणवत्ता के आधार पर 150-170 रुपये प्रति किलो पर टमाटर बेच रहे हैं.