IPO: ब्यूटी और पर्सनल केयर सेक्टर में काम करने वाली डिजिटल-फर्स्ट कंपनी रेवलकेयर लिमिटेड का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) 1 दिसंबर 2025 को निवेशकों के लिए खुलने जा रहा है. कंपनी ने बताया है कि यह सार्वजनिक निर्गम 3 दिसंबर 2025 तक आवेदन के लिए उपलब्ध रहेगा. इससे पहले 28 नवंबर 2025 को एंकर निवेशकों के लिए एक विशेष बोली सत्र आयोजित किया जाएगा, जो एक दिन के लिए खुला रहेगा.
आईपीओ का प्राइस बैंड और साइज
रेवलकेयर ने अपने आईपीओ का प्राइस बैंड 123 रुपये से 130 रुपये प्रति शेयर तय किया है. यह पूरा आईपीओ एक फ्रेश इश्यू है, जिसमें कंपनी कुल 18.54 लाख नए शेयर जारी करेगी और इसके माध्यम से लगभग 24.10 करोड़ रुपये जुटाएगी. इस इश्यू में कोई ऑफर-फॉर-सेल (ओएफएस) शामिल नहीं है, यानी मौजूदा शेयरधारक अपने हिस्से का कोई शेयर बाजार में नहीं बेच सकेंगे. कंपनी का शेयर आईपीओ के बाद बीएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर लिस्ट होगा, जिसे छोटे और मझोले उद्यमों के लिए विशेष रूप से बनाया गया है.
कंपनी का बिजनेस मॉडल और संचालन
रेवलकेयर एक उभरती हुई कंपनी है, जो डिजिटल चैनलों के माध्यम से ब्यूटी और पर्सनल केयर कैटेगरी में अपने उत्पाद बेचती है. कंपनी आधुनिक उपभोक्ताओं को ध्यान में रखते हुए स्किन-केयर और हेयर-केयर जैसे उत्पाद विकसित करती है और इन्हें ऑनलाइन मार्केटप्लेस तथा ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से बेचती है. तकनीक-आधारित दृष्टिकोण के कारण यह तेजी से बढ़ते डिजिटल रिटेल सेगमेंट में अपनी उपस्थिति मजबूत कर रही है.
आईपीओ से जुटाई गई राशि का इस्तेमाल
रेवलकेयर ने स्पष्ट किया है कि आईपीओ से जुटाई गई पूंजी का एक बड़ा हिस्सा नई मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी के निर्माण में खर्च किया जाएगा, जिससे कंपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने और सप्लाई चेन को मजबूत करने का लक्ष्य रखती है. इसके अलावा, राशि का एक हिस्सा ब्रांड प्रमोशन और मार्केटिंग अभियानों में लगाया जाएगा, ताकि कंपनी अपने उत्पादों को अधिक उपभोक्ताओं तक पहुंचा सके. शेष धनराशि का उपयोग सामान्य कॉर्पोरेट आवश्यकताओं और परिचालन जरूरतों को पूरा करने में किया जाएगा.
इसे भी पढ़ें: Mother Nutri Foods IPO: खुल गया मदर न्यूट्री फूड्स का आईपीओ, बस दो दिन ही है पैसा पीटने का मौका
निवेशकों के लिए क्या महत्त्वपूर्ण है
रेवलकेयर का आईपीओ उन निवेशकों के लिए आकर्षक हो सकता है, जो तेजी से बढ़ते ब्यूटी और पर्सनल केयर सेक्टर में निवेश के अवसर तलाश रहे हैं. हालांकि, यह एक एसएमई आईपीओ है. इसलिए इसमें लिक्विडिटी अपेक्षाकृत कम हो सकती है और जोखिम अधिक होता है. निवेशकों को कंपनी की वित्तीय स्थिरता, बिजनेस विस्तार योजना और ब्रांड पोजीशनिंग को ध्यान में रखते हुए निर्णय लेना चाहिए. एसएमई सेगमेंट की प्रकृति को देखते हुए अल्पकालिक लिस्टिंग गेन की गारंटी नहीं है, लेकिन लंबे समय में सफल ब्रांड निर्माण से रिटर्न की संभावना बढ़ सकती है.
भाषा इनपुट के साथ
इसे भी पढ़ें: Aadhaar Card: यूआईडीएआई ने शुरू की अब तक की सबसे बड़ी सफाई, 2 करोड़ आधार आईडी किए बंद
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

