Mother Nutri Foods IPO: शेयर बाजार में निवेश करने वालों के लिए खुशखबरी है. वह यह है कि बुधवार को मदर न्यूट्री फूड्स का आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक निर्गम) बुधवार 26 नवंबर 2025 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है. सब्सक्रिप्शन विंडो 28 नवंबर 2025 तक खुला रहेगा. गुजरात की बी2बी पीनट बटर बनाने वाली कंपनी फ्रेश शेयर और ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) का मिक्स ऑफर पेश कर रही है, जिसमें ग्रे मार्केट प्रीमियम अभी 0% पर स्थिर है. कंपनी का आईपीओ बीएसई एसएमई पर लिस्ट होगा और लिस्टिंग की संभावित तारीख 3 दिसंबर है.
आईपीओ की संरचना और प्राइस बैंड
इस इश्यू में कुल 31.67 करोड़ रुपये का नया इश्यू और 7.92 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल शामिल है. कंपनी ने आईपीओ का प्राइस बैंड 111 रुपये से 117 रुपये प्रति शेयर रखा है. ऊपरी कीमत के हिसाब से एक रिटेल निवेशक को कम से कम 2,400 शेयरों के लिए आवेदन करना होगा. लिस्टिंग से पहले कंपनी ने 25 नवंबर को एंकर इन्वेस्टर्स से 10.99 करोड़ रुपये जुटाए हैं.
सब्सक्रिप्शन ब्रेकअप
कुल 33.84 लाख शेयर ऑफर पर हैं, जिनका विभाजन इस प्रकार है.
- क्यूआईबी: 46.38%
- एनआईआई: 13.94%
- रिटेल इन्वेस्टर्स: 32.48%
कंपनी का बिजनेस मॉडल और वैश्विक पहुंच
मदर न्यूट्री फूड्स की स्थापना कोरोना महामारी के दौरान साल 2022 में हुई थी. कंपनी तेजी से बढ़ते बी2बी नट-बेस्ड स्प्रेड्स बाजार में काम करती है.
कंपनी अपने ब्रांड स्प्रीड एंड ईट के तहत 10 से अधिक फ्लेवर और 5 प्रमुख पीनट बटर वेरिएंट ऑफर करती है. इसके प्रोडक्ट मुख्य रूप से लीबिया, दुबई और जापान जैसे देशों में बिकते हैं. इसके अलावा कंपनी अमेरिका, ब्रिटेन जर्मनी, कनाडा, संयुक्त अरब अमीरात, दक्षिण अफ्रीका और अन्य देशों में बड़े इंटरनेशनल रिटेलर्स के लिए प्राइवेट-लेबल मैन्युफैक्चरिंग भी करती है.
आईपीओ से जुटाई गई राशि का इस्तेमाल
कंपनी आईपीओ से मिले 23.19 करोड़ रुपये का इस्तेमाल उसी लोकेशन पर नई प्रोडक्शन फैक्ट्री तैयार करने और आम कॉर्पोरेट जरूरतों को पूरा करने में करेगी. यह विस्तार कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग क्षमता में बड़ा सुधार लाएगा.
कंपनी का फाइनेंशियल परफॉर्मेंस
वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी ने 90.48 करोड़ रुपये का रेवेन्यू 6.47 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित की है. यह वित्त वर्ष 2023-24 की तुलना में 35% की प्रॉफिट ग्रोथ को दर्शाता है. इसका कर-पूर्व आय (ईबीआईटीडीए) भी तेजी से बढ़कर 10.22 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है.
इसे भी पढ़ें: क्या आप जानते हैं, किसे कहा जाता है रबर की राजधानी? नहीं, तो पढ़ें रिपोर्ट
क्या निवेश करना चाहिए?
जीएमपी अभी 0% है, यानी निवेशकों ने प्री-लिस्टिंग प्रीमियम नहीं दिया. कंपनी का एक्सपोर्ट-हैवी बिजनेस मॉडल, मजबूत प्राइवेट-लेबल क्लाइंट बेस और बढ़ती मांग इसे लंबी अवधि के लिए आकर्षक बनाते हैं. हालांकि, एसएमई लिस्टिंग और छोटी ऑपरेटिंग हिस्ट्री निवेशकों की शुरुआती भावनाओं को थोड़ा कमजोर कर सकती है. लंबी अवधि के नजरिए से यह आईपीओ ग्रोथ-ड्रिवन कैटेगरी में आता है, लेकिन अल्पकालिक लिस्टिंग गेन की संभावना अभी सीमित दिख रही है.
इसे भी पढ़ें: क्या अंडर-कंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टी पर पेमेंट से मिल सकती है इक्विटी शेयरों के LTCG में छूट? जानें एक्सपर्ट की राय
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

