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कहां सस्ता और कहां महंगा हुआ पेट्रोल-डीजल, देखें 5 अक्टूबर 2025 का पूरा अपडेट

Petrol-Diesel Price: 5 अक्टूबर 2025 के लिए पेट्रोल और डीजल के नए रेट जारी हो गए हैं. चंडीगढ़ में पेट्रोल ₹94.30 प्रति लीटर पर सबसे सस्ता है, जबकि दिल्ली में ₹94.77 पर स्थिर. डीजल ₹82.45 प्रति लीटर के साथ सबसे कम भाव पर उपलब्ध है. कीमतें दो साल से स्थिर हैं.

Petrol-Diesel Price: देश के तेल विपणन कंपनियां (OMCs) हर रोज सुबह 6 बजे पेट्रोल और डीजल के दामों की घोषणा करती हैं. ये दरें अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल (Crude Oil) के भाव और डॉलर रुपया विनिमय दर में उतार चढ़ाव के आधार पर तय होती हैं. 5 अक्टूबर 2025 को जारी ताजा दरों के अनुसार, चंडीगढ़ में पेट्रोल सबसे सस्ता ₹94.30 प्रति लीटर पर बिक रहा है, जबकि दिल्ली में इसकी कीमत ₹94.77 प्रति लीटर है.

प्रमुख शहरों में पेट्रोल के दाम (5 अक्टूबर 2025)

शहरपेट्रोल मूल्य (₹/लीटर)मूल्य परिवर्तन (₹)
नई दिल्ली94.770.00
कोलकाता105.410.00
मुंबई103.500.00
चेन्नई100.90-0.03
गुरुग्राम95.51+0.07
नोएडा94.870.00
बेंगलुरु102.920.00
भुवनेश्वर100.93-0.42
चंडीगढ़94.300.00
हैदराबाद107.460.00
जयपुर104.720.00
लखनऊ94.690.00
पटना105.58-0.02
तिरुवनंतपुरम107.30-0.19

प्रमुख शहरों में डीजल के दाम (5 अक्टूबर 2025)

डीजल की कीमतों में भी मामूली बदलाव देखने को मिला है। चंडीगढ़ में डीजल ₹82.45 प्रति लीटर पर सबसे सस्ता है.

शहरडीजल मूल्य (₹/लीटर)मूल्य परिवर्तन (₹)
नई दिल्ली87.670.00
कोलकाता92.020.00
मुंबई90.030.00
चेन्नई92.49-0.03
गुरुग्राम87.97+0.07
नोएडा88.010.00
बेंगलुरु90.990.00
भुवनेश्वर92.51-0.41
चंडीगढ़82.450.00
हैदराबाद95.700.00
जयपुर90.210.00
लखनऊ87.810.00
पटना91.82-0.01
तिरुवनंतपुरम96.18-0.30

दो साल से स्थिर हैं पेट्रोल डीजल के दाम

मई 2022 के बाद से अब तक पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है. उस समय केंद्र सरकार और कुछ राज्यों ने टैक्स में कटौती की थी, जिससे कीमतें स्थिर बनी हुई हैं. हालांकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें ऊपर नीचे होती रहती हैं, लेकिन भारतीय उपभोक्ताओं को फिलहाल किसी बड़ी बढ़ोतरी का सामना नहीं करना पड़ रहा है.

पेट्रोल डीजल के दाम तय करने वाले प्रमुख कारक

  • कच्चे तेल की कीमतें (Crude Oil Prices): पेट्रोल और डीजल कच्चे तेल से तैयार किए जाते हैं. अगर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमत बढ़ती है, तो इसका सीधा असर घरेलू बाजार में ईंधन दरों पर पड़ता है.
  • रुपया बनाम डॉलर विनिमय दर: भारत अपनी जरूरत का लगभग 85% कच्चा तेल आयात करता है और यह डॉलर में खरीदा जाता है. यदि रुपया डॉलर के मुकाबले कमजोर होता है, तो पेट्रोल डीजल महंगा हो जाता है.
  • सरकारी टैक्स और उपकर (Taxes & Duties): केंद्र और राज्य सरकारें ईंधन पर भारी टैक्स लगाती हैं. इन टैक्सों की वजह से ही एक ही दिन में अलग अलग राज्यों में पेट्रोल डीजल की कीमतों में फर्क दिखाई देता है.
  • रिफाइनिंग लागत (Refining Cost): कच्चे तेल को पेट्रोल डीजल जैसे उत्पादों में बदलने की प्रक्रिया में भी खर्च आता है. यह लागत कच्चे तेल की गुणवत्ता और रिफाइनरी की क्षमता पर निर्भर करती है.
  • मांग और आपूर्ति (Demand & Supply): त्योहारों, गर्मी या सर्दी के मौसम में ईंधन की मांग बढ़ने से कीमतों में हल्की वृद्धि हो सकती है. वहीं मांग घटने पर कीमतों में स्थिरता या गिरावट देखी जा सकती है.

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Abhishek Pandey
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