Kapil Mishra Net Worth: आज दिल्ली में नई सरकार का गठन हो गया है. शालीमार बाग से पहली बार विधायक बनीं रेखा गुप्ता ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उनके साथ कैबिनेट में छह मंत्री भी शामिल हुए, जिनमें करावल नगर से विधायक कपिल मिश्रा का नाम भी शामिल है. कपिल मिश्रा पहले आम आदमी पार्टी (AAP) के सदस्य थे, लेकिन 2019 में वह भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए. अपने बेबाक बयानों के कारण चर्चा में रहने वाले मिश्रा को अब दिल्ली सरकार में मंत्री पद की जिम्मेदारी मिली है. ऐसे में यह जानना दिलचस्प होगा कि उनकी कुल संपत्ति कितनी है और चुनावी हलफनामे में उन्होंने क्या जानकारी दी है.
#WATCH | BJP leader Kapil Mishra who will take oath as a Delhi minister today, says, "I have not come here (to the temple) to ask for anything, I am here to express gratitude. PM has a vision for this city, we will implement it together…" pic.twitter.com/V89FSXB36p
— ANI (@ANI) February 20, 2025
कभी AAP का हिस्सा थे कपिल मिश्रा
कपिल मिश्रा पहले आम आदमी पार्टी (AAP) के सदस्य थे, लेकिन साल 2019 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया. राजनीति में उनकी छवि एक बेबाक नेता की रही है और वह अपने तीखे बयानों के चलते हमेशा सुर्खियों में रहते हैं.
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चुनावी हलफनामे में संपत्ति का विवरण
कपिल मिश्रा के हलफनामे में उनकी चल संपत्तियों का उल्लेख प्रमुखता से किया गया है. इसमें ₹2.3 लाख नकद, ₹3.53 लाख बैंक जमा, ₹1.65 लाख मूल्य के बॉन्ड और शेयर, ₹15 लाख की टोयोटा हाइराइडर कार, और ₹4.05 लाख के 50 ग्राम सोने के आभूषण शामिल हैं. उनकी अचल संपत्तियों में गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक स्थित गौर ग्लोबल विलेज में 1,798 वर्ग फुट का फ्लैट शामिल है, जिसकी अनुमानित कीमत ₹80 लाख है. उनकी देनदारियों में ₹19.28 लाख का होम लोन और ₹10 लाख का कार लोन शामिल है.
कपिल मिश्रा का राजनीतिक सफर
कपिल मिश्रा ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत आम आदमी पार्टी (AAP) से की थी और उन्होंने केजरीवाल सरकार में मंत्री के रूप में भी काम किया. हालांकि, भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के बाद उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया था. इसके बाद उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया. बीजेपी में शामिल होने के बाद वह पार्टी के एक मुखर नेता के रूप में उभरे और कई बार विवादों में भी घिरे रहे.
विवाद और आलोचनाएं
मिश्रा को अपने विवादास्पद बयानों और तीखे भाषणों के लिए जाना जाता है. उन्होंने कई बार विरोधी दलों के खिलाफ कड़े शब्दों का प्रयोग किया है, जिससे राजनीतिक और सामाजिक हलकों में तीखी प्रतिक्रिया हुई. उनके कुछ बयानों को सांप्रदायिकता फैलाने वाला भी माना गया है.
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