Best SIP Mutual Funds: आज की डेट में एसआईपी के माध्यम से म्यूचुअल फंड में पैसा लगाना निवेश का बेहतरीन विकल्प बन गया है. खासकर, आज की युवा पीढ़ी भविष्य के लिए बचत योजनाओं में पैसा निवेश करने के बजाय एसआईपी म्यूचुअल फंड में पैसा लगाना ज्यादा पसंद करती है. लेकिन, बाजार के उतार-चढ़ाव के दौर में एसआईपी म्यूचुअल फंड में सोच-समझकर पैसा लगाना ही ज्यादा फायदेमंद साबित होता है. शेयर बाजार के दोनों इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी अप्रैल 2025 के पहले हफ्ते में अपने 52-हफ्ते के निचले स्तर पर पहुंच गए थे. हालांकि, सकारात्मक घरेलू और वैश्विक संकेतों के चलते ये दोनों इंडेक्स रिकवरी करने में कामयाब रहे हैं. ऐसी स्थिति में कई म्यूचुअल फंडों ने निवेशकों को धमाकेदार रिटर्न दिए हैं. आइए, जानते हैं कि एसआईपी के जरिए किस म्यूचुअल फंड में निवेश करना ज्यादा फायदेमंद होगा?
बाजार में गिरावट का फंडों पर असर
2025 के शुरुआती महीनों में सेंसेक्स और निफ्टी 52-हफ्ते के निचले स्तर तक गिर गए थे. इसका असर कई इक्विटी म्यूचुअल फंडों पर भी दिखाई दिया. लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप तीनों मुख्य श्रेणियों ने एक साल में करीब 6% रिटर्न दिया. कुछ सेक्टोरल फंड जैसे बैंकिंग और ऑटो को छोड़ दें, तो अधिकांश फंड डबल डिजिट रिटर्न तक भी नहीं पहुंच पाए.
एसआईपी निवेशकों ने फिर भी की कमाई
दिलचस्प बात यह है कि जहां एकमुश्त निवेश करने वाले निवेशकों को कम रिटर्न मिला, वहीं एसआईपी में निवेश करने वालों ने 20% से 25% तक रिटर्न कमाया. पिछले एक साल में 12 से ज्यादा इक्विटी फंडों ने एसआईपी मोड में 20% से ऊपर का रिटर्न दिया, जबकि एकमुश्त निवेश में कोई भी फंड 20% तक नहीं पहुंच पाया. यह दिखाता है कि बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच एसआईपी बेहतर परिणाम देती है.
एसआईपी ने एकमुश्त निवेश से क्यों किया बेहतर प्रदर्शन
इसका कारण रुपया लागत औसत है. जब बाजार गिरते हैं, तो एसआईपी के जरिए आपको कम दाम में अधिक यूनिट मिलती हैं. इससे कुल लागत कम हो जाती है और रिटर्न बेहतर मिलता है. जनवरी से अप्रैल 2025 के बीच निवेशकों की धारणा नकारात्मक हो गई थी और बड़ी संख्या में लोग एसआईपी बंद कर रहे थे. अप्रैल 2025 में एसआईपी स्टॉप रेशियो 297% तक पहुंच गया. फिर भी कई विशेषज्ञों ने सलाह दी कि एसआईपी बंद न करें. इसका फायदा उन लोगों को मिला, जिन्होंने निवेश जारी रखा.
भारत में एसआईपी की बढ़ती लोकप्रियता
एएमएफआई के आंकड़े बताते हैं कि सितंबर 2025 में पहली बार एसआईपी इनफ्लो 29,000 करोड़ रुपये को पार कर गया. एसआईपी खातों की संख्या भी रिकॉर्ड 9.73 करोड़ तक पहुंच चुकी है. औसत मासिक एसआईपी योगदान 3,000 रुपये से ऊपर निकल चुका है. इससे साफ है कि भारत में एसआईपी निवेश दीर्घकालिक वेल्थ क्रिएशन का पसंदीदा साधन बन चुका है.
1 साल में सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले टॉप 3 एसआईपी फंड
ये वे एसआईपी फंड हैं, जिन्होंने पिछले एक साल में 24% से 26% तक का रिटर्न दिया है.
इन्वेस्को इंडिया मिड कैप फंड
- एसआईपी से 1 साल में रिटर्न: 25.71%
- एकमुश्त रिटर्न: 18.25%
- फंड की खास बातें: जनवरी 2013 में लॉन्च किया गया. शुरुआत से अब तक 21.93% का शानदार रिटर्न दिया.
- बेंचमार्क: बीएसई 150 मिडकैप टीआरआई
- जोखिम श्रेणी: वेरी हाई
- एयूएम (सितंबर 2025): 8,518 करोड़ रुपये
- खर्च अनुपात: 0.54%
यह फंड मिड कैप श्रेणी में अपनी मजबूत पकड़ और लगातार प्रदर्शन के लिए जाना जाता है.
एसबीआई बैंकिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज फंड
- एसआईपी से 1 साल में रिटर्न: 25.14%
- एकमुश्त रिटर्न: 19.49%
- फंड की खास बातें: फरवरी 2015 में लॉन्च किया गया. शुरुआत से अब तक 16.26% रिटर्न दिया.
- बेंचमार्क: निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज टीआरआई
- जोखिम श्रेणी: वेरी हाई
- एयूएम (सितंबर 2025): 8,693 करोड़ रुपये
- खर्च अनुपात: 0.77%
बैंकिंग और वित्तीय सेक्टर पर केंद्रित इस फंड को स्थिरता और विकास दोनों का लाभ मिलता है.
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल रिटायरमेंट फंड – प्योर इक्विटी प्लान
- एसआईपी से 1 साल में रिटर्न: 24.19%
- एकमुश्त रिटर्न: 15.71%
- फंड की खास बातें: फरवरी 2019 में लॉन्च किया गया. शुरुआत से अब तक 21.97% रिटर्न दिया.
- बेंचमार्क: निफ्टी 500 टीआरआई
- जोखिम श्रेणी: वेरी हाई
- एयूएम (सितंबर 2025): 1,410 करोड़ रुपये
- खर्च अनुपात: 0.70%
यह फंड रिटायरमेंट पर फोकस करता है और लंबी अवधि में मजबूत वृद्धि देने की क्षमता रखता है.
इसे भी पढ़ें: कितनी संपत्ति की मालकिन हैं शेख हसीना, जिन्हें ट्रिब्यूनल ने सुनाई है फांसी की सजा
निवेशकों के लिए सबक
बाजार का उतार-चढ़ाव निवेश का हिस्सा है, लेकिन एसआईपी को बीच में रोकना नुकसानदायक साबित होता है. जब बाजार नीचे होते हैं, तब ज्यादा यूनिट मिलती हैं और भविष्य में रिटर्न बढ़ जाते हैं. इसलिए, विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि लंबे समय तक नियमित निवेश बनाए रखने से ही बेहतर वेल्थ क्रिएशन होता है.
इसे भी पढ़ें: आधा भारत नहीं जानता एसआईपी का 11x12x20 फॉर्मूला, जान जाएगा तो बन जाएगा 2 करोड़ का मालिक
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

