नयी दिल्ली: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आज कहा कि देश की महत्वकांक्षी सागरमाला परियोजना के तहत 173 परियोजनाओं की पहचान की गयी है जिसमें 2020 तक 60 अरब डालर :करीब चार लाख करोड़ रुपये के निवेश की जरुरत होगी. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीली अर्थव्यवस्था (ब्लू इकोनामी) के दृष्टिकोण के अनुरूप है. सड़क परिवहन, राजमार्ग और पोत परिवहन मंत्री ने आज सिंगापुर में एक कार्यक्रम में कहा कि इससे लाजिस्टिक लागत में सालाना छह अरब डालर की बचत होगी तथा एक करोड़ रोजगार सृजित होंगे.
गडकरी के हवाले से एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, ‘‘भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि देश के झंडे में अशोक चक्र का रंग नीला है जो नीली अर्थव्यवस्था की संभावना को प्रतिबिंबित करता है और मेरा मंत्रालय इसके पूर्ण रुप से उपयोग को लेकर प्रतिबद्ध है.” उन्होंने कहा कि सरकार ने सागरमाला परियोजना शुरु की है जो भारत के लिये बंदरगाह आधारित विकास माडल है. इसके तहत नये बंदरगाह स्थापित किये जाएंगे और पुराने को आधुनिक रुप दिया जाएगा. साथ ही इन्हें तटवर्ती तथा द्विपीय क्षेत्रों को आंतरिक क्षेत्रों से जोड़ा जाएगा. गडकरी ने कहा, ‘‘हमने सागरमाला कार्यक्रम के तहत 173 परियोजनाओं को चिन्हित किया है जिसमें 60 अरब डालर का कुल व्यय होगा…हमारा इन सभी परियोजनाओं को 2020 तक पूरा करना है. पूरी तरह तैयार होने के बाद इससे एक करोड़ नये रोजगार सृजित होंगे.
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