बेबाक अंदाज के लिए मशहूर हाउसिंग डॉट कॉम के सह संस्थापक राहुल यादव ने संकेत दिये हैं कि वे अभी अपना नया उद्यम छोड़कर फिर से नौकरी कर सकते हैं. हाउसिंग डॉट कॉम छोड़ने के बाद राहुल ने अपना अलग उद्यम शुरू किया जिसमें उनको कोई खास सफलता नहीं मिली. बिजनस अखबार बिजनस स्टैंडर में छपी खबर के अनुसार राहुल ने हाउसिंग डॉट कॉम छोड़ने के तुरंत बाद इंटेलीजेंट सर्विसेज नाम से नयी कंपनी शुरू की थी. इसे इस तरह डिजाइन किया गया था जिससे सरकारी कामकाज को आसान बनाने के लिए डेटा एनालिटिक्स के तौर पर इस्तेमाल किया जा सके. पिछले साल जुलाई में जब यादव को हाउसिंग डॉट कॉम से हटाया गया था तो उन्होंने जल्द ही अपनी कंपनी शुरू करने की बात कही थी.
उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट में दावा किया था कि वह 15 अगस्त तक अपनी कंपनी शुरू कर देंगे, लेकिन तारीख बार-बार आगे खिसकती रही. हालांकि दिसंबर में यादव ने ऐलान किया किया की उन्होंने अपने नये उद्यम के लिए फ्लिपकार्ट के सचिन और बिन्नी बंसल, युवराज सिंह के सीड फंड वेंचर और पेटीएम के विजय शेखर शर्मा से पैसे जुटा लिए हैं. कहा जा रहा था कि उन्होंने करोड़ों रुपये जुटाए हैं.
आईआईटी की पढ़ाई बीच में ही छोडऩे वाले यादव ने तब दावा किया था कि वह सरकारी कामकाज को पूरी तरह बदलकर रख देंगे. वह एकदम नये अवतार में नजर आ रहे थे और उनका मिजाज पूरी तरह बदला हुआ था. उन्होंने अपनी कंपनी की कीमत 170 करोड़ रुपये आंकी थी जबकि उसके पास एक भी ग्राहक नहीं था. लेकिन एक हालिया रिपोर्ट में इंक 42 ने खुलासा किया कि यादव केवल 3 करोड़ रुपये ही जुटा पाए.
रिपोर्ट में कहा गया हैं कि इस राशि में से उन्होंने डेढ़ करोड़ रुपये अपने अमेरिका दौरे में खर्च कर दिए. कंपनी शुरू करने से पहले वह सिलिकन वैली के दौरे पर गए थे. यादव ने एक अन्य पोस्ट में सरकारी अधिकारियों पर आरोप लगाया था कि वे कोई फैसला नहीं ले रहे हैं. हालांकि उन्होंने संकेत दिया था कि वह एक अन्य रियल एस्टेट उद्यम शुरू कर सकते हैं. उन्होंने इस साल मार्च में रेंटल सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना की थी जिसे मकानों को किराया पर लगाने और जमीन जायदाद का काम करना था.
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