नयी दिल्ली: भारत अगले दो-तीन साल में चीन को पछाडकर दुनिया की सबसे तेजी से बढती अर्थव्यवस्था बन जाएगा. देश के प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी ने यह बात कही है. अंबानी ने कहा कि इस समय वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट देश की वृद्धि संभावनाओं के लिए ‘उपहार’ है.
दुनिया के सबसे अमीर उर्जा क्षेत्र के अरबपति ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रति निवेशकों का भरोसा लौटा और 2017-18 में यह दुनिया की सबसे तेजी से बढती अर्थव्यवस्था होगा. अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्टरीज दुनिया के सबसे बडे रिफाइनरी परिसर की मालिक है. उन्होंने कहा कि वैश्विक तेल बाजार में अतिरिक्त आपूर्ति है और 60 से 70 डालर प्रति बैरल का मूल्य उस देश के लिए काफी अच्छा है, जो अपनी तेल जरुरत का 80 फीसद आयात से पूरा करता है.
रिलायंस इंडस्टरीज के चेयरमैन अंबानी ने यहां कल शाम ब्राउन यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘अगले दो-तीन साल में हम दुनिया की सबसे तेजी से बढती अर्थव्यवस्था होंगे. वृद्धि दर के मामले में हम चीन को पछाड देंगे. 2016-17 व 2017-18 में हम दुनिया की सबसे तेजी से बढती अर्थव्यवस्था होंगे.’’
उन्होंने कहा कि मैं साफतौर पर यह देख रहा हूं कि अंत: प्रवाह व आंतरिक स्थिरता में हम धीरे-धीरे अपनी वृद्धि दर बढाएंगे. ‘‘मुझे इस बात में कोई संदेह नहीं है कि दो-तीन साल में हम दुनिया की सबसे तेजी से बढती अर्थव्यवस्था होंगे. हम वृद्धि दर के मामले में चीन को पीछे छोड देंगे.’’ उन्होंने कहा कि भारत में आंतरिक व बाहरी दोनों स्तर पर भरोसा लौटा है.