नयी दिल्ली : दिल्ली सरकार ने सर्किल दरों में आज बढोतरी की घोषणा की जिससे राष्ट्रीय राजधानी में मकान और महंगे हो सकते हैं. दिल्ली सरकार ने जमीन जायदाद के सौदों में काले धन पर काबू पाने के लिए सर्किल दर में 20 प्रतिशत तक बढोतरी का फैसला किया है. सर्किल दर किसी भी संपत्ति का न्यूनतम पंजीकरण मूल्य होता है. राज्यपाल नजीब जंग ने इस आशय के फैसले को मंजूरी दी है.
इसके तहत ग्रेटर कैलाश, डिफेंस कालोनी, गुलमोहर पार्क, पंचशील इन्कलेव, आनंदलोक, ग्रीनपार्क, गोल्फ लिक्स व हौजखास आदि ए श्रेणी की आवासीय कालोनियों के लिए सर्किल दर को 6.45 लाख रपये से बढाकर 7.74 लाख प्रति वर्गमीटर किया गया है. इसका मतलब है कि इन इलाकों में इस दर से कम कीमत पर जमीन या अचल संपत्ति का लेन देन नहीं किया जा सकेगा. नयी दरें कल से प्रभावी हो जाएंगी.
बी श्रेणी की आवासीय कालोनियों के लिए सर्किल दर मौजूदा 2,04,600 रुपये प्रति वर्गमीटर से बढाकर 2,45,520 रुपये वर्गमीटर की गयी है. इन कालोनियों में एंड्रयूज गंज, कालकाजी, मुनिरका विहार व नेहरु इन्कलेव हैं. इससे पहले सर्किल दरों में नवंबर 2012 में संशोधन किया गया था. सी श्रेणी की कालोनियों के लिए सर्किल दर को मौजूदा 1,33,224 रुपये प्रति वर्ग मीटर से बढाकर 1,59,840 रुपये प्रति वर्गमीटर तथा डी श्रेणी की कालोनियों के लिए 1,06,384 रुपये से बढाकर 1,27,680 रुपये प्रति वर्गमीटर किया गया है.
इ श्रेणी की कालोनियों के लिए सर्किल दर को 58,365 रुपये से बढाकर 70,080 रुपये प्रति वर्ग मीटर, एफ श्रेणी की कालोनियों के लिए 47,140 रुपये से बढाकर 56,640 रुपये प्रति वर्गमीटर किया गया है. इसी तरह जी श्रेणी की कालोनियों के लिए नयी दर 46,200 रुपये तथा एच श्रेणी की कालोनियों के लिए नयी दर 23280 रुपये प्रति वर्ग मीटर होगी. दिल्ली में सर्किल रेट की शुरुआत 2007 में हुयी थी.
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