नयी दिल्ली: नयी सरकार के बुनियादी ढांचे की नीतियों पर अमल के साथ भारत में इस्पात की खपत बढेगी. यह बात आज मूडीज इन्वेस्टर सर्विस ने कही. मूडीज ने कहा ’10 जुलाई को पेश नयी सरकार के पहले बजट में कई ऐसे प्रस्तावों की घोषणा की गई है जिसे हम भारतीय इस्पात निर्माताओं की साख के लिए सकारात्मक मानते हैं. विशेष तौर पर हमें उम्मीद है कि सरकार द्वारा बुनियादी ढांचे पर खर्च बढाने पर इस्पात की खपत बढेगी.’
वित्त वर्ष 2013-14 में भारतीय इस्पात की खपत सिर्फ 0.6 प्रतिशत बढी जो पिछले चार साल का न्यूनतम स्तर है. ऐसा मुख्य तौर पर घरेलू अर्थव्यवस्था में नरमी और कमतर आयात के कारण हुआ. एजेंसी के अनुसार इस्पात की खपत बढने का लाभ टाटा स्टील के भारतीय व्यावसाय का लाभ पहुंचायेगा. टाटा स्टील अपनी इस्पात उत्पादन क्षमता बढा रही है. टाटा स्टील के ओडीशा स्थित नये संयंत्र से पहली बिक्री 2015 की शुरुआत में होने लगेगी. इससे कंपनी की उत्पादन क्षमता में 30 प्रतिशत तक वृद्धि होगी.
एजेंसी ने एशियाई इस्पात उद्योग का परिदृश्य भी नकारात्मक से बढाकर स्थिर कर दिया. मूडीज के अनुसार चीन में इस्पात मांग की वृद्धि अगले 12 महीनों के दौरान 3 प्रतिशत धीमी पडने का अनुमान है. वर्ष 2013 में मांग वृद्धि 9 प्रतिशत रही थी.
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