मुंबई : देश के शेयर बाजारों में सोमवार को लगातार दूसरे कारोबारी दिन तेजी रही. घरेलू संस्थागत निवेशकों की लिवाली से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 132 अंक चढ़ गया. थोक महंगाई और निर्यात कारोबार जैसे वृहद आर्थिक आंकड़ों के निराशाजनक रहने के बावजूद शेयर बाजार में तेजी का रुख रहा. हालांकि, कारोबार के दौरान निवेशकों का रुख सतर्कता पूर्ण बना रहा. कच्चे तेल के दाम बढ़ने, रुपये में एक बार फिर से गिरावट आने और एशियाई बाजारों में नरमी का रुख रहने से धारणा सतर्कतापूर्ण रही.
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बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स शुरुआती उतार-चढ़ाव के बाद कारोबार की समाप्ति पर 131.52 अंक यानी 0.38 फीसदी बढ़कर 34,865.10 अंक पर बंद हुआ. स्वास्थ्य देखभाल और सूचना तकनीक क्षेत्र के शेयरों में बढ़त रही. इससे पहले कारोबार की शुरुआत में सेंसेक्स 35,000 अंक के आंकड़े को लांघते हुए 35,008.65 अंक पर पहुंच गया था. उसके बाद यह तेजी से गिरता हुआ 34,559.98 अंक पर आ गया.
पिछले हफ्ते के आखिरी दिन शुक्रवार को सेंसेक्स में 732.47 अंक की 19 माह की सबसे बड़ी बढ़त दर्ज की गयी थी. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी सूचकांक भी 10,500 अंक से ऊपर रहा. कारोबार की समाप्ति पर यह 40 अंक यानी 0.38 फीसदी बढ़कर 10,512.50 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 10,526.30 अंक से लेकर 10,410.15 अंक के दायरे में रहा.
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया एक बार फिर से 74 रुपये से नीचे चला गया. विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में यह 74.05 रुपये प्रति डॉलर पर रहा. उधर, ब्रेंट क्रूड कच्चे तेल का भाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में 0.98 फीसदी ऊंचा रहकर 81.79 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. इस बीच, सितंबर माह के लिए थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति दो माह के उच्चस्तर 5.13 फीसदी पर पहुंच गयी.
खाद्य पदार्थों और पेट्रोल, डीजल के दाम बढ़ने से मुद्रास्फीति बढ़ गयी. इससे पहले पिछले शुक्रवार को जारी अगस्त के औद्योगिक उत्पादन सूचकांक के आंकड़ों में भी गिरावट रही. वहीं, खुदरा मुद्रास्फीति भी सितंबर में मामूली बढ़कर 3.77 फीसदी हो गयी.
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