नयी दिल्ली : थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति अगस्त में घटकर 4.53 फीसदी पर आ गयी. खाद्य पदार्थों खासकर सब्जियों के कीमतों में कमी से मुद्रास्फीति में नरमी रही. थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति जुलाई में 5.09 फीसदी रही थी, जबकि एक साल पहले अगस्त में यह 3.24 फीसदी पर थी. शुक्रवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, खाद्य पदार्थों की थोक मुद्रास्फीति अगस्त में 4.04 फीसदी घटी है. पिछले महीने इसमें 2.16 फीसदी की कमी हुई थी. सब्जियों में थोक महंगाई अगस्त में 20.18 फीसदी घटी, जबकि जुलाई में इसमें 14.07 फीसदी की कमी हुई थी.
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खाने-पीने की चीजों की कीमतों में आयी कमी ने ‘ईंधन और बिजली’ क्षेत्र की दहाई अंक की मुद्रास्फीति के प्रभाव को कम किया. अगस्त में ईंधन एवं बिजली क्षेत्र की मुद्रास्फीति 17.73 फीसदी पर रही. घरेलू स्तर पर ईंधन की कीमतों में वृद्धि से इसमें तेजी आयी. अगस्त के दौरान तरलीकृत पेट्रोलियम गैस (एलपीजी) में मुद्रास्फीति 46.08 फीसदी जबकि डीजल में 19.90 फीसदी और पेट्रोल में 16.30 फीसदी रही.
खाद्य वस्तुओं में आलू की मुद्रास्फीति अगस्त में 71.89 फीसदी की ऊंचाई पर रही, जबकि प्याज और फलों के थोक भाव में क्रमश: 26.80 फीसदी और 16.40 फीसदी की कमी रही. दाल के भाव में भी कमी जारी रही और अगस्त में यह 14.23 फीसदी घटी. अगस्त में मुद्रास्फीति का 4.53 फीसदी का स्तर चार महीने का निम्नतम स्तर है. इससे पहले अप्रैल में मुद्रास्फीति 3.62 फीसदी थी.
आंकड़ों के मुताबिक, जून की थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति को संशोधित करके 5.68 फीसदी कर दिया गया है. पहले इसके 5.77 फीसदी पर रहने का अनुमान लगाया गया था. ब्रेंट कच्चे तेल के दाम 79 डॉलर प्रति बैरल के आस-पास चल रहे हैं. इसके साथ ही, रुपये की विनिमय दर में गिरावट से तेल आयात बिल में वृद्धि हुई है, जिसके चलते पेट्रोल और डीजल महंगे हुए.
गुरुवार को दिल्ली में पेट्रोल बढ़कर 81 रुपये प्रति लीटर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया, जबकि मुंबई में यह 88.39 रुपये पर था. इसी प्रकार दिल्ली में डीजल 73.08 रुपये प्रति लीटर और मुंबई में 77.58 रुपये हो गया. बुधवार को जारी हुए आंकड़ों के मुताबिक, खुदरा मुद्रास्फीति अगस्त में घटकर 10 महीने के निम्नतम स्तर 3.69 फीसदी पर आ गया.
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