मुंबई : कर्नाटक में सरकार गठन को लेकर अनिश्चितता के बीच बुधवार को बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 156 अंक टूटकर 35,387.88 अंक पर आ गया. इसके अलावा, विदेशी निवेशकों की बिकवाली से भी बाजार दबाव में रहा. वॉल स्ट्रीट में मंगलवार को आयी गिरावट के बाद बुधवार को अन्य एशियाई बाजारों में भी कमजोरी का रुख था. उत्तर कोरिया द्वारा दक्षिण कोरिया के साथ बातचीत रोकने के बाद कोरियाई प्रायद्वीप में भू-राजनीतिक तनाव बढ़ा है. ब्रोकरों ने कहा कि कर्नाटक में सरकार गठन को लेकर अनिश्चितता के बीच निवेशकों की धारणा कमजोर हुई.
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बंबई स्टॉक एक्सचेंज में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 35,452.35 अंक पर कमजोरी के रुख के साथ खुला और अंत में 156.06 अंक या 0.44 फीसदी के नुकसान के साथ 35,387.88 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 35,241.63 से 35,543.89 अंक के दायरे में रहा. मंगलवार को कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 400 से अधिक अंक चढ़ गया था.
भाजपा के कर्नाटक विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरने से बाजार में तेजी आयी थी, लेकिन बाद में कांग्रेस द्वारा जेडीएस को सरकार बनाने के लिए समर्थन की घोषणा के बाद बाजार नीचे आ गया. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी कारोबार के दौरान नकारात्मक दायरे में रहने के बाद अंत में 60.75 अंक या 0.56 फीसदी के नुकसान से 10,741.10 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 10,699.70 से 10,790.45 अंक के दायरे में रहा.
वृहद मोर्चे पर व्यापार घाटा अप्रैल में बढ़कर 13.7 अरब डॉलर हो गया, जिससे बाजार प्रभावित हुआ. शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने मंगलवार को 518.47 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 531.33 करोड़ रुपये की लिवाली की.
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