Ritu Jaiswal Constituency Result: बिहार की परिहार सीट से बीजेपी की गायत्री देवी 82644 लाकर जीत गई. इसके बाद दूसरे पॉजिशन पर आरजेडी से नाराज चल रही रितु जायसवाल 65455 वोटों के साथ रही. जबकि आरजेडी की स्मिता गुप्ता 48534 वोटों के साथ तीसरे पायदान पर रही. इस तरह से देखा जा सकता है कि रितु जायसवाल ने निर्दलीय ही तेजस्वी यादव की प्रत्याशी को पछाड़ दिया.
आरजेडी पर साधा निशाना
14 नवंबर को आए रिजल्ट के बाद आज रितु जायसवाल ने एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए अपना भड़ास निकाला. उन्होंने लिखा, खुद को चाणक्य समझने की भूल में किस तरह जीती हुई सीटें गंवाई जाती हैं – यह बात RJD के सलाहकार से सीखी जा सकती है. परिहार इसका जीता-जागता उदाहरण है. कार्यकर्ताओं की भावनाओं और जमीनी वास्तविकता की अनदेखी करके जब परिहार का सिंबल वितरण किया गया था, मैंने तभी कह दिया था कि RJD यहां तीसरे नंबर पर रहेगी. चुनाव परिणाम उसी बात को दोहरा रहा है.
बोली- मेरे पास शब्द नहीं
एक और पोस्ट शेयर कर उन्होंने लिखा, मेरे चुनाव में जिन लोगों ने किसी भी तरह की मदद की, उन लोगों को “धन्यवाद” कह सकने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं. इतना प्यार और इतना सम्मान मिलने के पीछे सिर्फ़ एक ही कारण था – लोगों में परिहार में बदलाव लाने की चाहत. इसी बदलाव की चाहत में ढेरों प्रवासी भाई, अपना काम छोड़कर, इसे अपनी लड़ाई समझकर वोट डालने आए. खैर, इस बार के चुनाव परिणाम से यह बदलाव संभव नहीं हो सका है. परिहार की जनता को अगले 5 साल वही झेलना पड़ेगा, जो वह पिछले 15 सालों से झेलते आ रहे हैं.
नई सरकार से किया ये आग्रह
आगे अपने पोस्ट में यह भी लिखा कि नई सरकार को मेरा सिर्फ एक सुझाव, या यूं कहें कि, अनुरोध है- “बिहार से बाहर काम करने वाले मजदूरों के लिए ‘प्रवासी कल्याण विभाग’ का गठन किया जाए. सरकार द्वारा जब तक बिहार के युवाओं को रोजगार देने की व्यवस्था नहीं की जाती है, तब तक कम-से-कम इतना जरूर किया जाए कि बाहर रह रहे मजदूरों को किसी भी तरह की परेशानी होने पर वे सरकार से सीधे संपर्क कर सकें और उन्हें तत्काल सहायता मिल सके.
पार्टी ने नाराज होकर निर्दलीय लड़ी चुनाव
मालूम हो, रितु जायसवाल लगातार परिहार विधानसभा क्षेत्र में एक्टिव थी. गांवों में जाकर लोगों से बातकर उनका समर्थन जुटा रही थी. लेकिन जब पार्टी की तरफ से उन्हें टिकट नहीं मिला तो वे निर्दलीय ही चुनावी मैदान में उतर गई. जिसका नतीजा यह देखा गया कि भाजपा की प्रत्याशी गायत्री देवी को उन्होंने कड़ी टक्कर दी. इसके साथ ही आरजेडी की प्रत्याशी को भी पीछे छोड़ दिया. ऐसा माना जा रहा है कि रितु जायसवाल को टिकट ना देकर राजद ने अपनी ही जीत की संभावनाओं को कम कर दिया था.

