Bihar Election 2025: बिहार की राजनीति अब केवल सामाजिक पहचान या नाम के आधार पर नहीं चल रही है. युवा और दिग्गज, साक्षर और सड़क से जुड़े, करोड़पति और लखपति सभी तरह के उम्मीदवार इस चुनाव को पहले से कहीं ज्यादा रोचक और अनिश्चित बना रहे हैं.
फर्स्ट फेज के उम्मीदवारों की सूची ने भाजपा ने इस बार युवा मतदाताओं को ध्यान में रखते हुए जेन जी को अवसर दिया है. अलीनगर से 25 वर्षीया मैथिली ठाकुर भाजपा के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं. यदि वह जीतती हैं, तो सदन में युवा पीढ़ी का प्रतिनिधित्व स्पष्ट रूप से दिखायी देगा.
हरनौत से 79 वर्षीय जदयू उम्मीदवार हरिनारायण सिंह सबसे उम्रदराज उम्मीदवार बने हैं. जदयू ने कुल मिलाकर 70 पार साल के उम्मीदवारों पर भरोसा जताया है. मैथिली ठाकुर दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हैं. 28 वर्षीय संदेश के राजद उम्मीदवार दीपू सिंह भी दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हैं.
एकमा, मनेर और मसौढ़ी में कम पढ़े-लिखे उम्मीदवार मैदान में
एकमा, मनेर और मसौढ़ी में कम पढ़े-लिखे उम्मीदवार मैदान में हैं. लखीसराय में डिप्टी सीएम इंजीनियर विजय कुमार सिन्हा को उनकी ही जाति के सातवीं पास कांग्रेस उम्मीदवार अमरेश कुमार टक्कर दे रहे हैं. संपत्ति के मामले में भी भारी अंतर है.
बरबीघा से जदयू के कुमार पुष्पंजय 72 करोड़ की संपत्ति के साथ पहले चरण के सबसे रईस उम्मीदवार हैं. इसके विपरीत हायाघाट से सीपीआइ के श्याम भारती केवल 38 हजार के मालिक हैं. सूर्यगढ़ा में दोनों गठबंधन के उम्मीदवार आठवीं पास होने के बावजूद करोड़पति हैं.
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यादव, ब्राह्मण, कुर्मी, पासवान और राजपूत लगभग हर प्रमुख सीट पर मौजूद
जातिगत समीकरण में यादव, ब्राह्मण, कुर्मी, पासवान और राजपूत लगभग हर प्रमुख सीट पर मौजूद हैं. आरक्षित सीटों पर भी संपन्न उम्मीदवारों का दबदबा साफ दिखायी दे रहा है. खगड़िया में जदयू के बबलू सिर्फ साक्षर हैं. वे कांग्रेस के करोड़पति और पीएचडीधारी उम्मीदवार चंदन कुमार को चुनौती दे रहे हैं.
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