Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सीट बंटवारे को महागठबंधन की समन्वय समिति की अहम बैठक मंगलवार को तेजस्वी यादव के सरकारी आवास पोलो रोड में हुई. मगर तबीयत खराब होने की वजह से तेजस्वी खुद बैठक में शामिल नहीं हुए. मगर आरजेडी की ओर से ये साफ कर दिया है कि वो 135 सीट पर चुनाव लड़ेगी. जिसपर कोई समझौता नहीं किया जाएगा.
महामंथन बेनतीजा
हालांकि, बैठक के दौरान सीट बंटवारे को लेकर गंभीर मंथन चिंतन हुआ. लेकिन बैठक बेनतीजा ही रही. ऐसा कहा, जा रहा है कि महागठबंधन की ओर सीटों का खाका लगभग तैयार हो गया है. मगर ऐसा लगता नहीं है. इधर, बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी (RJD) की ओर से 135 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने की शर्त रखी रखने के बाद महागठबंधन की अन्य पार्टियां दबाव में हैं. कांग्रेस ने भी 70 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कह दी है. वहीं, वामदल ने भी 40 सीटों पर दावा ठोक दिया है.
सरफुटव्वल बाकी
याद दिला दें कि महागठबंधन में आरजेडी, कांग्रेस और वाम दल के अलावा भी पार्टियां शामिल हैं. ऐसे में बड़ा सवाल तो ये है कि मुकेश सहनी की वीआईपी (Vikassheel Insaan Party) और पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) कहां जाएगी? आरजेडी की 135, कांग्रेस की 70 और वाम दलों की मांग वाली 40 सीटों को को जोड़ा जाए कुल 245 होते हैं. बिहार विधानसभा की 243 सीट है. ऐसे माना जा रहा है कि इन तीन पार्टियों को एडजेस्ट करने में सरफुटव्वल होना बाकी है.
बैठक में ये नेता रहे मौजूद
सीट शेयरिंग की इस बैठक में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजश राम, राजद प्रदेश अध्यक्ष मंगनीलाल मंडल, सांसद संजय यादव, पूर्व मंत्री आलोक मेहता, कांग्रेस के बिहार प्रभारी अल्लावरु कृष्णा, वरिष्ठ नेता शकील अहमद, भाकपा(माले) के राज्य सचिव कुणाल और अन्य घटक दलों के प्रतिनिधि मौजूद रहे.
बैठक में शामिल नहीं हुए तेजस्वी, सवाल
समन्वय समिति की अहम बैठक में महागठबंधन में शामिल सभी दलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. मगर तेजस्वी यादव इस बैठक में शामिल नहीं हुए. नेता प्रतिपक्ष और महागठबंधन नेतृत्वकर्ता तेजस्वी यादव के इस बैठक में शामिल नहीं होने से कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. मगर, राज्यसभा सांसद संजय यादव और उनके सलाहकार ने बताया कि तेजस्वी की तबियत खराब है. इसलिए वो बैठक में शामिल नहीं हो सके हैं.

