Bihar Elections: कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने विधानसभा चुनाव में राजद नेता तेजस्वी यादव को महागठबंधन का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार मानने से इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा, “सीएम का चेहरा बिहार का है और इसका फैसला बिहार की जनता करेगी. आप रुककर देखिए, हड़बड़ी में क्यों हैं.”
सीट शेयरिंग पर क्या बोले
कृष्णा अल्लावरु ने कहा, “सीट शेयरिंग पर बातचीत सकारात्मक माहौल में चल रही है और हर बैठक में अधिक से अधिक सीटों पर सहमति बनाने की कोशिश हो रही है. हम संतुष्ट हैं और मुझे लगता है आने वाले दिनों में अच्छी प्रगति नजर आएगी. किसी भी प्रदेश में गठबंधन हो, अगर नए दल जुड़ते हैं तो पुराने पार्टनरों को थोड़ा समझौता करना ही पड़ता है.”
उन्होंने नेपाल की घटना को जनता की नाराजगी से जोड़ते हुए कहा कि लोग सरकार की भ्रष्टाचार और बेरोजगारी कम न करने की नीतियों से परेशान हैं. हमें समझना होगा कि सिर्फ नेपाल ही नहीं, बल्कि बांग्लादेश और श्रीलंका में भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं. जब तक सरकार जनता की आवाज नहीं सुनेगी और उनके लिए काम नहीं करेगी, तब तक असंतोष बढ़ता रहेगा और यह कभी भी आक्रोश में बदल सकता है.
बीजेपी और सम्राट चौधरी पर साधा निशाना
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी द्वारा नेपाल की घटना के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराने पर अल्लावरु ने कहा कि देश और बिहार की मौजूदा स्थिति की असली जिम्मेदार भाजपा है. बिहार और देश की जनता बेरोजगारी, महंगाई, अपराध, पेपर लीक जैसी समस्याओं से त्रस्त है. सरकार न शिक्षा व्यवस्था सुधार रही है, न स्वास्थ्य सेवा और न ही किसानों की हालत. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता समझ चुकी है कि ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ और जब तक ऐसा नहीं होगा, तब तक लोगों और उनके बच्चों का भविष्य खतरे में रहेगा.
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पहले सरकार बनने दीजिए फिर सब तय करेंगे
राजद नेता तेजस्वी यादव की ‘माई बहिन मान योजना’ को लेकर भाजपा की आपत्ति पर उन्होंने कहा कि अगर जनता की भलाई करना गलत है और उस पर एफआईआर दर्ज करनी है, तो कर लीजिए. लेकिन इंडिया गठबंधन जनता के मुद्दों और भलाई के काम से पीछे नहीं हटेगा. वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी को उपमुख्यमंत्री बनाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पहले इंडिया गठबंधन की सरकार बनने दीजिए. हम जनता के बीच रहेंगे और उनके मुद्दों को उठाते रहेंगे.
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