बिहार: भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने सोमवार को एक प्रेस नोट जारी किया. ECI ने बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) और वोटर वेरीफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (VVPAT) का पहला रैंडमाइजेशन पूरा कर लिया गया है. यह प्रक्रिया 11 अक्टूबर को 18 जिलों के जिला निर्वाचन अधिकारियों (DEO) द्वारा उन मशीनों के साथ की गई जो पहले स्तर की जांच (FLC) में सफल रही थीं.
EMS से किया गया रैंडमाइजेशन
यह रैंडमाइजेशन ईवीएम मैनेजमेंट सिस्टम (EMS) के माध्यम से किया गया और इसमें राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे. इस प्रक्रिया का उद्देश्य चुनाव में पारदर्शिता, निष्पक्षता और किसी भी संभावित गड़बड़ी को रोकना है.
रैंडम तरीके से किया गया वीवीपैट मशीनों का आवंटन
रैंडमाइजेशन के तहत कुल 54,311 बैलट यूनिट (BU), 54,311 कंट्रोल यूनिट (CU) और 58,123 वीवीपैट मशीनों को बिहार के 121 विधानसभा क्षेत्रों के 45,336 मतदान केंद्रों में पूरी तरह रैंडम तरीके से आवंटित किया गया. यह प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि चुनाव निष्पक्ष और विश्वसनीय हों.
पार्टियों के प्रतिनिधियों को सौंपी गई VVPT मशीनों की सूची
प्रक्रिया पूरी होने के बाद, सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को उनके जिला मुख्यालयों पर ईवीएम और वीवीपैट मशीनों की सूची सौंपी गई. इसके बाद, इन मशीनों को उन्हीं की मौजूदगी में संबंधित विधानसभा क्षेत्रों के स्ट्रॉन्ग रूम में सुरक्षित रूप से रखा जाएगा.
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निर्वाचन आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी होने के बाद, ईवीएम-वीवीपैट की यह सूची सभी उम्मीदवारों के साथ साझा की जाएगी, ताकि उन्हें यह पता हो कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में कौन-कौन सी मशीनें उपयोग में लाई जाएंगी.
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