सहरसा : चोरी, लूट और छिनतई. शहर में न बाइक सुरक्षित और न किसी का घर. बीच सड़क पर नशेड़ी बाहर से आनेवाले यात्रियों को चाकू मार कर लूटपाट कर देते हैं और ताला बंद घर को शाम होते ही खंगाल डालते हैं. आखिर ऐसा क्यों? क्या यह सिर्फ पुलिस की नाकामी है या फिर […]
सहरसा : चोरी, लूट और छिनतई. शहर में न बाइक सुरक्षित और न किसी का घर. बीच सड़क पर नशेड़ी बाहर से आनेवाले यात्रियों को चाकू मार कर लूटपाट कर देते हैं और ताला बंद घर को शाम होते ही खंगाल डालते हैं. आखिर ऐसा क्यों? क्या यह सिर्फ पुलिस की नाकामी है या फिर सुरक्षा के प्रति अनदेखी भी जिम्मेदार है? संसाधन की कमी, पुलिसिया अकुशलता या लोगों की लापरवाही. बीते दिनों शहर में घटित घटना में यह बातें सामने आयी. कुछ हैरान और परेशान करने वाले तथ्य भी सामने आये.
पता चला कि थाने की गश्ती की टीम मुहल्ले में एक बार भी नहीं पहुंच पाती है. ऐसे में मुहल्ले के लोग अपनी सुरक्षा को लेकर खुद ही अलर्ट रहें, तो बेहतर होगा. क्योंकि आजकल टाउन की पुलिस नींद में है. गांव की पुलिस नींद से जगी ही नहीं है. विभाग के आलाधिकारी को सक्रियता दिखाने के लिए चौक-चौराहे पर वाहन चेकिंग का भले कर लें. लेकिन शहर में पहुंचने वाली शराब की खेप बेरोकटोक पहुंच रही है. रात के समय बारह बजे से पहले शहर के बंगाली बाजार, शंकर चौक के आसपास पुलिस गाड़ी मिल भी जाती है. लेकिन रात ढलते ही वह सड़कों से गायब भी हो जाती है.
न देखने वाला, न ही दिखाने वाला: रात के अंधेरे में जिले की पुलिस सड़कों पर गस्त कर रही है या नहीं इसे देखने के लिए पुलिस के वरीय अधिकारी भी सड़कों पर नजर नहीं आते हैं. ज्ञात हो कि आपराधिक गतिविधि में संलिप्त लोग पुलिसिया सुस्ती का फायदा रात के समय जमकर उठाते हैं. पूर्व के समय में डीएसपी स्तर के अधिकारियों को थाना गश्ती के निरीक्षण के लिए लगाया गया था. पहले के समय मोहल्ले में पैदल गश्ती भी करायी जाती थी. जिससे चोरी व छिनतई की घटना काफी कम भी हुई थी. अभी कई मोहल्ले के लोग निजी पहरेदारों की सेवा लेने को बाध्य है. इस एवज में मोहल्ले के लोगों को प्रत्येक महीना भुगतान भी करना होता है.
रात में बिल्कुल नहीं दिखती पुलिस
रात के बारह बजे के बाद शहर से लेकर गांव की सुनसान सड़कों पर इक्का-दुक्का वाहन आवाजाही करते मिलेंगे. हालांकि समाहरणालय जाने वाली सड़कों पर पूरी तरह से सन्नाटा पसरा मिलेगा. महावीर चौक से बनगांव चौक तक किसी थाना की पुलिस की गश्ती नहीं मिलेगी. आप स्वयं भी रात के अंधेरे में इन कमियों की पड़ताल कर सकते हैं. शनिवार की रात बनगांव में सड़क किनारे राजाराम झा नाम के युवक को अपराधियों ने गोली से जख्मी कर हजारों रुपये के बकरा लूट करने में सफलता हासिल कर ली. कुछ दिन पूर्व सदर थाना के नरियार रोड में एक युवक को गोली मार जख्मी कर दिया गया. ऐसे कई वारदात हैं,
दिन हो या रात शहर में घटित होती रहती है. बीती रात न्यू कॉलोनी वार्ड नंबर आठ में भी लाखों की संपत्ति चोरी कर ली गयी है. लेकिन पुलिस चुप्पी साधे हुए रहती है.
प्रत्येक माह राजस्व में हो रही एक करोड़ की बढ़ोतरी