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Thursday, March 28, 2024

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सर्जिकल स्ट्राइक : ऑपरेशन की पीएम मोदी कर रहे थे निगरानी, नहीं पिया एक घूंट पानी

नयी दिल्ली : उड़ी में सेना के ब्रिगेड पर हुए 18 सितंबर को आतंकी हमले के बाद लगातार देश के दुश्मन को कड़ी सजा देने की मांग चारों तरफ से उठ रही थी इसी बीच पीएम मोदी को भी यह दि खाना था कि उनके हाथों में देश सुरक्षित है. प्रधानमंत्री मोदी ने खुद देशवासियों […]

नयी दिल्ली : उड़ी में सेना के ब्रिगेड पर हुए 18 सितंबर को आतंकी हमले के बाद लगातार देश के दुश्मन को कड़ी सजा देने की मांग चारों तरफ से उठ रही थी इसी बीच पीएम मोदी को भी यह दि खाना था कि उनके हाथों में देश सुरक्षित है. प्रधानमंत्री मोदी ने खुद देशवासियों से कहा था कि उड़ी के गुनहगारों को बख्‍शा नहीं जाएगा और जिस तरह भारतीय सेना ने सीमापार जाकर भारत में हमले की योजना बना रहे आतंकियों को हमेशा के लिए मौत की नींद सुला दिया उसकी चारों ओर तारीफ हो रही है. प्राप्त जानकारी के अनुसार जब तक यह ऑपरेशन अंजाम तक नहीं पहुंचा पाया प्रधानमंत्री चैन की नींद नहीं सो पाए थे. जब पूरा देश 28 और 29 सितंबर की रात सो रहा था तो पीएम मोदी इस ऑपरेशन की जानकारी ले रहे थे. सूत्रों के मुताबिक 28-29 सितंबर की पूरा रात पीएम अपनी कोर टीम के साथ सात लोक कल्याण मार्ग से पूरे आपरेशन की निगरानी कर रहे थे और ऑपरेशन पूरा होने के बाद वह विश्राम करने गए. खबर है कि ऑपरेशन खत्म होने तक पीएम मोदी ने एक घूंट पानी तक नहीं पिया था.

आपको बता दें कि उड़ी हमले में 19 जवानों की शहादत का बदला भारत ने पाकिस्तान की सीमा में घुस कर आतंकियों को ढेर कर लिया. भारतीय सेना ने 1971 में बनी नियंत्रण रेखा (एलओसी) को पहली बार पार करते हुए पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके)में आतंकी शिविरों पर सर्जिकल स्ट्राइक (लक्षित हमले) किये. सेना के स्पेशल फोर्स के कमांडो ने हमला कर सात आतंकी ठिकानों को न केवल ध्वस्त किया, बल्कि 40 उन आतंकियों को भी ढेर कर दिया, जो पाकिस्तान की सेना की पनाह में रह रहे थे. इसके लिए हेलीकाॅप्टर सवार व जमीनी सैनिकों का इस्तेमाल किया गया.

सैन्य अभियान बुधवार की आधी रात (करीब 12.30 बजे)में शुरू हुआ और गुरुवार की सुबह साढ़े चार बजे समाप्त हुआ. जिन आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, वे नियंत्रण रेखा से दो से तीन किलाेमीटर के दायरे में थे. इन ठिकानों पर एक सप्ताह से नजर रखी जा रही थी. यह कार्रवाई उड़ी सैन्य शिविर पर पाकिस्तान आधारित एक आतंकी संगठन के आतंकियों द्वारा किये गये हमले के 11 दिन बाद की गयी है. तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि 18 जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जायेगा.

सेना की इस कार्रवाई का खुलासा गुरुवार को डीजीएमओ व विदेश मंत्रालय की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया गया. सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने कहा कि भारतीय फौज ने देर रात नियंत्रण रेखा को पार करते हुए पीआेके में सर्जिकल स्ट्राइक किया. भारतीय सेना को सटीक खबर मिली कि पाकिस्तान से आतंकी भारत में घुसपैठ को तैयार हैं. वे जम्मू कश्मीर और देश के महानगरों में हमले की तैयारी के लिए एकत्र हुए हैं. इसके बाद भारत की तरफ से चार घंटे तक ऑपरेशन चलाया गया. सेना ने आतंकियों के सात लॉन्च पैड को अपना निशाना बनाया. इस दौरान पाकिस्तानी सैनिक लॉन्च पैड की सुरक्षा में जुट गये थे. इस कार्रवाई में दो पाकिस्तानी सैनिकों के मरने की खबर है.

डीजीएमओ ने कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सरजमीं में अपने सबसे बेहतरीन कमांडो भेजे थे. उन्होंने पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशक से बात की और उन्हें भारत की चिंताओं से अवगत कराया. आतंकियों को मार गिराने का अभियान पूरा हो गया है. अभियान को आगे जारी रखने की फिलहाल कोई योजना नहीं है. हालांकि, भारतीय सशस्त्र बल किसी भी स्थिति के लिए पूरी तरह तैयार हैं.

भारतीय सेना की ओर से लक्षित हमले किये जाने की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडल समिति की बैठक के तुरंत बाद की गयी. मालूम हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, जम्मू-कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को इस बारे में सूचित किया था. गृह मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर ने सेना को अभियान की सफलता पर बधाई दी.

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